सीधी : बसंत पंचमी के दिन सीधी में हुए भीषण सड़क हादसे में अभी तक 54 जिंदगियां मौत के मुंह में समा चुकी है. घटना के चार दिन बाद अब रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो चुका है. शुक्रवार को रेस्क्यू ऑपरेशन में तीन शव बरामद हुए. जिसके बाद मरने वालों की संख्या 54 पहुंच चुकी है. नहर में लापता तीन और जिंदगियों को एसडीआरएफ-एनडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों ने तलाशा है.
आज तीनों शव हुए बरामद
शुक्रवार सुबह से शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में पहले टीकर नहर में सुरंग से 500 मीटर की दूरी पर सेना को एक और शव बरामद हुआ है. बताया जा रहा है सीधी के नूतन कॉलोनी के रहने वाले रमेश विश्ववकर्मा का शव बरामद हुआ.
हादसा कैसे हुआ ?
नहर में गिरी बस जबलनाथ ट्रेवेल्स की थी, जोकि हर दिन छुहिया घाटी के रास्ते सतना जाती थी. हादसे का सबसे बड़ा कारण रास्ते का संकरा होना माना जा रहा है. बस अपने तय रुट नेशनल हाई-वे नंबर 39 से सीधी से सतना जा रही थी, लेकिन घाटी के रास्ते में खराब सड़क और गढ्ढे की वजह से जाम लगा था. ड्राइवर जाम की वजह से बस को संकरे रास्ते से ले गया, जो नहर से लगकर निकलती है. ड्राइवर ने संतुलन खोया और हादसा हो गया.
कहा जा रहा है कि बस की क्षमता 32 सवारियों की थी. इसमें अवैध तरीके से 58 यात्रियों को ले जाया जा रहा था. रूट बदलने और संकरे रास्ते के चलते ये दुर्घटना हुई. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. रेलवे, एनटीपीसी और एएनएम के विभिन्न पदों के लिए एग्जाम के चलते बस में सवारियों की संख्या ज्यादा थी.