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जोशीमठ रेस्क्यू LIVE: चौथे दिन भी जिंदगी बचाने की जंग जारी, 32 शव बरामद - रैणी गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन

जोशीमठ आपदा
जोशीमठ आपदा
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Published : Feb 10, 2021, 8:09 AM IST

Updated : Feb 10, 2021, 8:15 PM IST

19:49 February 10

CM रावत ने ITBP जवानों को ट्वीट कर कहा धन्यवाद

जोशीमठ आपदा के बाद 600 से अधिक सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. ये जवान बाढ़ से प्रभावित और संपर्क से बाहर हुए गांवों में खाना, दवाइयां और अन्य जरूरी चीजें पहुंचा रहे हैं. राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आईटीबीपी जवानों को ट्वीट कर धन्यवाद कहा. इस आपदा में अभी तक 32 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. जबकि 174 लोग अभी भी लापता हैं.

19:49 February 10

सहायता राशि प्रदान करेगा दलाई लामा ट्रस्ट

दलाई लामा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों बचाव कार्य में लगी हुई है. इस आपदा से प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि वहां के लोग हादसे से उभरे और फिर एक जुटता के साथ आगे बढ़े. यह भी उनकी कामना है. उन्होंने दलाई लामा ट्रस्ट की ओर से उत्तराखंड सरकार को सहायता राशि भी प्रदान करने की बात कही है.

19:48 February 10

दलाई लामा ने प्रकट की संवेदनाएं

दलाई लामा ने कहा कि वह समझ सकते हैं कि वहां के लोगों पर क्या बीत रही होगी, जिन्होंने अपनों को खोया है और जिनके अपने अभी तक लापता हैं. दलाई लामा ने उन लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी प्रकट की है, जिन्होंने अपनों को खोया है. उन्होंने प्रार्थना करते हुए कामना व्यक्त कि है सभी सुरक्षित रहें और जो लापता हैं या कहीं पर फंसे हुए हैं वह ठीक हों.

19:48 February 10

तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने जताया दुख

तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने उत्तराखंड के चमोली में हुए हादसे पर दुख व्यक्त किया है. हादसे से उभरने के लिए दलाई लामा ट्रस्ट राहत राशि भी उत्तराखंड सरकार को देगा. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि वह इस घटना से दुखी हैं.

19:47 February 10

हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की आशंका

भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन की मानें तो 10 फरवरी को चमोली जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की आशंका है. बर्फबारी करीब 15.5 मिमी तक हो सकती है. हालांकि 11 से 14 फरवरी तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है.

बता दें कि बीते 7 फरवरी को जोशीमठ के रैणी गांव के ऊपर ग्लेशियर टूटने से पानी का सैलाब ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को तबाह करते हुए निचले इलाकों की ओर बढ़ चला. इस तबाही में प्रोजेक्ट में काम कर रहे कई मजदूर दब गए. रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी तक 32 शव निकाले जा चुके हैं और 197 लोग अभी भी लापता हैं. अगर बर्फबारी हुई तो इससे राहत कार्यों में दिक्कत आ सकती है.

19:47 February 10

रेस्क्यू ऑपरेशन चौथे दिन भी बिना रुके जारी

चमोली जिले के जोशीमठ में आई जल प्रलय का तांडव इतना भयावह था कि रेस्क्यू ऑपरेशन चौथे दिन भी बिना रुके जारी है. इस रेस्क्यू अभियान में कुल 600 टीमें जुटी हैं. जिसमें आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें मिलकर काम कर रही हैं. ये साफ हो चुका है कि इस जल प्रलय के पीछे ग्लेशियर टूटना था, जो भारी बर्फबारी के बाद खिली धूप के कारण हुआ. अब भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने चमोली जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है. आज शाम तक जिले के कई इलाकों में बर्फबारी हो सकती है.

16:47 February 10

आपदा प्रभावित तपोवन क्षेत्र में अचानक मौसम खराब

आपदा प्रभावित तपोवन क्षेत्र में अचानक मौसम खराब हो गया है, जिसके चलते अचानक बारिश शुरू हो गई. बदलते मौसम में बारिश के कारण टीमों को राहत-बचाव कार्यों में परेशानी आ सकती है.

15:36 February 10

अलकनंदा नदी किनारे खोजबीन में जुटे जवान  

एसडीआरएफ और पुलिस के जवान तपोवन रैणी आपदा में लापता हुए लोगों की खोजबीन में जुटे हुए हैं. जवानों ने अलकनंदा नदी किनारे गौचर व कर्णप्रयाग के बीच दिनभर खोजबीन जारी रखी. वहीं आपदा के चार दिन बाद भी पूरे क्षेत्र में लोग खौफजदा हैं.

15:36 February 10

नदी किनारे आपदा में बहे लोगों की खोजबीन जारी

अलकनंदा नदी में अभी भी मटमैला पानी बह रहा है. पूरी नदी के किनारे मलबा, कीचड़ व लकड़ियों के ढेर लगे हैं. नदी के किनारे मछलियां सड़ रही हैं. एसडीआरएफ व पुलिस के जवान नदी किनारे आपदा में बहे लोगों की खोजबीन में मुश्तैदी से जुटे हैं.

15:35 February 10

टनल को खोलने की कोशिश में जुटी फोर्स- DIG

जोशीमठ आपदा
फोर्स टनल को खोलने की कोशिश में जुटी

गढ़वाल की डीआईजी नीरू गर्ग ने कहा, हमारी सभी फोर्स टनल को खोलने की कोशिश कर रही हैं, हम 24 घंटे काम कर रहे हैं. एनटीपीसी और स्थानीय लोगों का कहना है कि एक जगह पर उन्हें उम्मीद है कि वर्कर्स काम कर रहे थे तो हो सकता है कि वहां ड्रिलिंग करने की जरूरत हो. हम रात को ड्रिल करके देखेंगे.

15:35 February 10

राहत बचाव कार्य जारी

जोशीमठ आपदा
​​तपोवन सुरंग में आईटीबीपी और अन्य एजेंसियां का काम जारी

आईटीबीपी और अन्य एजेंसियां ​​तपोवन सुरंग के अंदर पाइप और तारों की मदद से ढीले के कोनों को काट रही हैं.

14:51 February 10

आईटीबीपी, सेना और स्थानीय प्रशासन समेत सभी एजेंसियों की बैठक

राहत और बचाव अभियान की समीक्षा करने के लिए आज जोशीमठ में आईटीबीपी, सेना और स्थानीय प्रशासन समेत सभी एजेंसियों की बैठक हुई.

13:51 February 10

आईटीबीपी के जवान ग्लेशियर टूटने से आई फ्लैश फ्लड की वजह से अलग-थलग हुए गांवों तक राशन पहुंचा रहे हैं. 

12:24 February 10

ITBP देहरादून के सेक्टर हेडक्वार्टर के डीआईजी अपर्णा कुमार ने कहा कि जो मलबा अंदर फंसा हुआ था अब वो ज़्यादा बाहर निकलकर आ रहा है. NTPC के टेक्निकल एक्सपर्ट का कहना है कि अब किसी का भी अंदर जाना रिस्की है क्योंकि अंदर से पानी का तेज़ बहाव हो सकता है, तो अब मशीनों द्वारा ही मलबा निकाला जाएगा.

12:20 February 10

उत्तराखंड के आपदा न्यूनीकरण और प्रबंधन केंद्र के पियूष रौतेला ने कहा कि हम सिर्फ इतना जानते हैं कि सुरंग 2.5 किमी लंबी है और 30-35 कर्मचारी अंदर फंस गए हैं. राहत और बचाव कार्य में SDRF, पुलिस, ITPB, सेना और नौसेना के गोताखोर सुरंग के अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए मलबा हटा रहे हैं.

12:17 February 10

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता अभी नहीं मिली है, मलबे में अब बड़े बोल्डर भी दिखने लगे हैं. वहां 24 घंटे काम चल रहा है.

10:26 February 10

मलबा हटाने का काम जारी.

जोशीमठ : चमोली में आए जल प्रलय को बीते आज चौथा दिन है. आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीम दिन-रात रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है. राहत बचाव टीम तपोवन बैराज की बड़ी टनल में से मलबा हटाने का काम कर रही है. बताया जा रहा है कि अंदर जो गाड़ियां मौजूद हैं, वो अब दिखने लगी हैं.

रात भर से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुबह टीम ने टनल के अंदर जाकर निरीक्षण किया, जिसमें अंदर कुछ गाड़ियां दिख रही हैं. ऐसे में राहत बचाव दल को उम्मीद है कि आज देर शाम तक टनल में से मलबे को साफ कर दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि अभी तक टनल के अंदर 120 मीटर तक मलबे को साफ कर दिया गया है.

10:24 February 10

उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात कर मांगा विवरण

उत्तराखंड के चमोली हादसे में हिमाचल के लापता लोगों का आंकड़ा दस तक पहुंच गया है. इन दस लोगों में से 5 लोग रामपुर की किन्‍नू पंचायत जबकि दो लोग शिंगला पंचायत के हैं. शिंगला पंचायत के पवन और राकेश की उम्र तीस साल के आसपास है. एक व्‍यक्ति पालमपुर का और एक व्यक्ति पांवटा का जीत सिंह ठाकुर, एक मंडी जिला के करसोग तहसील का गुरमीत वर्मा लापता बताया जा रहा है. हादसे के बाद से इन लोगों की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.  हिमाचल के अतिरिक्त मुख्‍य सचिव राजस्‍व आरडी धीमान ने कहा कि सरकार के पास लापता हुए दस लोगों की जानकारी पहुंच चुकी है. 

लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ 

हिमाचल प्रदेश के रामपुर के लापता सात लोगों में से एक कैलाश ठेकेदार है. जिस दिन हिमखंड आने की वजह से बाढ़ आई और ऋषिगंगा पर निर्माणाधीन बिजली परियोजना तबाह हो गई. उसी दिन रामपुर से लोग चमोली के लिए चले गए थे. अभी तक किसी भी लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ है. घटना स्थल पर मौजूद वहां के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी में रामपुर प्रशासन से बात करते हुए कहा कि तीस से चालीस फीट का मलबा है. 

घटना स्थल पर मौजूद वहां के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी में रामपुर प्रशासन से बात करते हुए कहा कि तीस से चालीस फीट का मलबा है.  उसे निकालने में समय लगेगा. इन लोगों के परिजनों की भी वहां के अधिकारियों से बात करवाई गई है. पहले इन लोगों को परियोजना स्‍थल तक नहीं जाने दिया जा रहा था, लेकिन बात करने के बाद उन्‍हें परियोजना स्‍थल पर जाने दिया गया है. 

मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने कहा

उधर हिमाचल के मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने कहा कि उन्‍होंने उतराखंड के मुख्‍य सचिव से रिपोर्ट मांगी है, लेकिन अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं आया है. प्रदेश सरकार जवाब का इंतजार कर रही हैं. 

उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात कर मांगा विवरण

हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा उनकी उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात हुई है. प्रदेश के सात या आठ लोग वहां से लापता हैं, लेकिन सही संख्‍या कितनी है इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई है.

07:47 February 10

सर्च एंड रेस्क्यू अभियान जारी

जिंदगी बचाने की जंग जारी

चमोली जिले में हुई भीषण तबाही के बाद रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र के अलावा अन्य जगहों पर सर्च एंड रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. अभियान में 6 टीमें अलकनंदा नदी किनारे मलबे को साफ कर शवों की खोजबीन में जुटी हैं. वहीं तीन अन्य स्थानों पर राफ्ट के जरिये सर्च एंड रेस्क्यू चल रहा है. बचाव और राहत का काम जोशीमठ क्षेत्र में धौली गंगा नदी और आसपास के प्रभावित क्षेत्रों में भी लगातार जारी है. तपोवन एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट की एक टनल के अंदर फसे 33 लोगों को अभी भी लगातार रेस्क्यू करने का काम जारी है. 

रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे अलग-अलग जगहों पर छः शवों को बरामद किया गया. ये शव रुद्रप्रयाग के पपड़ासू, जवाड़ी बायपास, बेला, सारी, पुरानी तहसील में मिले. इन शवों को मलबे से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सलय भेजा गया. 

जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि सर्च एंड रेस्क्यू अभियान निरन्तर जारी है. चमोली में हुई भीषण आपदा के बाद रुद्रप्रयाग में विभिन्न स्थानों में टीम गठित कर राहत व खोज-बचाव कार्य चल रहा है. अलकनंदा नदी में तीन स्थानों पर राफ्ट के माध्यम से सर्च एंड रेस्क्यू का अभियान चलाया जा रहा है. 

इसके अलावा छह अन्य टीम भी बचाव व खोज अभियान में जुटी हुई हैं. अलकनंदा नदी में तीन राफ्ट टीम से खोज व बचाव अभियान जारी है. गौचर के सारी से रुद्रप्रयाग तक पहली राफ्ट, रुद्रप्रयाग से खांकरा तक दूसरी राफ्ट तथा खांकरा से धारी देवी मंदिर तक तीसरी राफ्ट तैनात की गई है, जो लगातार सर्च व रेस्क्यू कर रही हैं. 

सर्च अभियान के टीम प्रभारी भगवान सिंह रौथाण ने बताया कि अलकनंदा नदी किनारे टीम सर्च अभियान चलाए हुए हैं. नदी में मछलियां मर रही है, जो किनारे पर आ रही हैं. जबकि लकड़ियां भी बहकर आ रही हैं. इसके अलावा भारी मात्रा में मलबा आया हुआ है. शवों की ढूंढने को लेकर जगह-जगह पर मलबे को साफ किया जा रहा है.

32 शव बरामद, ब्लॉक सुरंग की 60 मीटर खुदाई बाकी

मंगलवार को पूरे दिन चले रेस्क्यू अभियान की ताजा हालातों की जानकारी देते हुए एसडीआरएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि अब तक कुल 32 शव बरामद किए जा चुके हैं. जिनमें से 8 लोगों की शिनाख्त भी की जा चुकी है. जिसमें 4 व्यक्ति ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में काम करने वाले और 3 लोग ऋत्विक कम्पनी के हैं. SDRF से मिली ताजा जानकारी के अनुसार रेस्क्यू के मुख्य बिंदु तपोवन में एनटीपीसी प्रोजेक्ट की टनल में लगातार मलवा हटाने का काम जारी है. अब तक डेढ़ सौ मीटर तक मलबा साफ किया गया है, लेकिन अभी 60 मीटर और अंदर खुदाई की जरूरत है. डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि जैसे-जैसे टनल में खुदाई अंदर तक की जा रही है.

SDRF की 13 अलग-अलग टीमें निकली है मिशन पर

डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि चमोली आपदा को लेकर एसडीआरएफ ने अपनी 13 अलग-अलग टीम गठित की हैं. जिनमें से 6 टीमें जोशीमठ से श्रीनगर तक अंडर वॉटर सर्च रेस्क्यू का काम रही हैं. जिसमें SDRF की टीम नदी में जाकर, कई अत्याधुनिक तकनीकों से लैस राफ्ट और अंडर वाटर सोनार के जरिए शवों को ढूंढने का काम कर रही हैं. इसके अलावा 3 टीमें आसपास के प्रभावित गांवों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मिलकर राहत के साथ साथ गुमशुदा लोगों का डाटा संकलन कर रही हैं. वहीं इसके अलावा SDRF की 3 टीमें ऋषिगंगा प्रोजेक्ट से लेकर तपोवन एनटीपीसी प्रोजेक्ट तक मलबे में शवों को ढूंढने का काम कर रही है. जिसमें 4 स्निफर डॉग भी शामिल हैं.

जियोग्राफिकल मैपिंग से जल्द स्पष्ट होगी स्थिति
उत्तराखंड एसडीआरएफ द्वारा तपोवन एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट की टनल में रेस्क्यू को लेकर ज्योग्राफिकल मैपिंग के लिए आज CSIR संस्थान के साथ मिल कर श्रीनगर से एक हेलीकॉप्टर को उड़ाया गया. जिसने तपोवन ब्लॉक टनल की पूरी तरह से मैपिंग की. उसके बाद यह गौचर में लैंड हुआ. रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि CSIR का जियोग्राफिकल मैपिंग इक्यूपमेंट श्रीनगर में ही मौजूद था. ब्लॉक टनल की मैपिंग कर टनल के अंदर मलबे और पानी की वास्तविक स्थिति का आकलन किया गया. जिसको लेकर वैज्ञानिक अभी विश्लेषण में लगे हैं. कल सुबह तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. 

06:34 February 10

जोशीमठ रेस्क्यू

देहरादूनः जोशीमठ आपदा के बाद 600 से अधिक सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. ये जवान बाढ़ से प्रभावित और संपर्क से बाहर हुए गांवों में खाना, दवाईयां और अन्य जरूरी चीजें पहुंचा रहे हैं. राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आईटीबीपी जवानों को ट्वीट कर धन्यवाद कहा.

इस आपदा में अभी तक 32 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. जबकि 174 लोग अभी भी लापता हैं.

19:49 February 10

CM रावत ने ITBP जवानों को ट्वीट कर कहा धन्यवाद

जोशीमठ आपदा के बाद 600 से अधिक सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. ये जवान बाढ़ से प्रभावित और संपर्क से बाहर हुए गांवों में खाना, दवाइयां और अन्य जरूरी चीजें पहुंचा रहे हैं. राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आईटीबीपी जवानों को ट्वीट कर धन्यवाद कहा. इस आपदा में अभी तक 32 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. जबकि 174 लोग अभी भी लापता हैं.

19:49 February 10

सहायता राशि प्रदान करेगा दलाई लामा ट्रस्ट

दलाई लामा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों बचाव कार्य में लगी हुई है. इस आपदा से प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि वहां के लोग हादसे से उभरे और फिर एक जुटता के साथ आगे बढ़े. यह भी उनकी कामना है. उन्होंने दलाई लामा ट्रस्ट की ओर से उत्तराखंड सरकार को सहायता राशि भी प्रदान करने की बात कही है.

19:48 February 10

दलाई लामा ने प्रकट की संवेदनाएं

दलाई लामा ने कहा कि वह समझ सकते हैं कि वहां के लोगों पर क्या बीत रही होगी, जिन्होंने अपनों को खोया है और जिनके अपने अभी तक लापता हैं. दलाई लामा ने उन लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी प्रकट की है, जिन्होंने अपनों को खोया है. उन्होंने प्रार्थना करते हुए कामना व्यक्त कि है सभी सुरक्षित रहें और जो लापता हैं या कहीं पर फंसे हुए हैं वह ठीक हों.

19:48 February 10

तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने जताया दुख

तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा ने उत्तराखंड के चमोली में हुए हादसे पर दुख व्यक्त किया है. हादसे से उभरने के लिए दलाई लामा ट्रस्ट राहत राशि भी उत्तराखंड सरकार को देगा. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि वह इस घटना से दुखी हैं.

19:47 February 10

हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की आशंका

भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन की मानें तो 10 फरवरी को चमोली जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की आशंका है. बर्फबारी करीब 15.5 मिमी तक हो सकती है. हालांकि 11 से 14 फरवरी तक मौसम साफ रहने की उम्मीद है.

बता दें कि बीते 7 फरवरी को जोशीमठ के रैणी गांव के ऊपर ग्लेशियर टूटने से पानी का सैलाब ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को तबाह करते हुए निचले इलाकों की ओर बढ़ चला. इस तबाही में प्रोजेक्ट में काम कर रहे कई मजदूर दब गए. रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी तक 32 शव निकाले जा चुके हैं और 197 लोग अभी भी लापता हैं. अगर बर्फबारी हुई तो इससे राहत कार्यों में दिक्कत आ सकती है.

19:47 February 10

रेस्क्यू ऑपरेशन चौथे दिन भी बिना रुके जारी

चमोली जिले के जोशीमठ में आई जल प्रलय का तांडव इतना भयावह था कि रेस्क्यू ऑपरेशन चौथे दिन भी बिना रुके जारी है. इस रेस्क्यू अभियान में कुल 600 टीमें जुटी हैं. जिसमें आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें मिलकर काम कर रही हैं. ये साफ हो चुका है कि इस जल प्रलय के पीछे ग्लेशियर टूटना था, जो भारी बर्फबारी के बाद खिली धूप के कारण हुआ. अब भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने चमोली जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है. आज शाम तक जिले के कई इलाकों में बर्फबारी हो सकती है.

16:47 February 10

आपदा प्रभावित तपोवन क्षेत्र में अचानक मौसम खराब

आपदा प्रभावित तपोवन क्षेत्र में अचानक मौसम खराब हो गया है, जिसके चलते अचानक बारिश शुरू हो गई. बदलते मौसम में बारिश के कारण टीमों को राहत-बचाव कार्यों में परेशानी आ सकती है.

15:36 February 10

अलकनंदा नदी किनारे खोजबीन में जुटे जवान  

एसडीआरएफ और पुलिस के जवान तपोवन रैणी आपदा में लापता हुए लोगों की खोजबीन में जुटे हुए हैं. जवानों ने अलकनंदा नदी किनारे गौचर व कर्णप्रयाग के बीच दिनभर खोजबीन जारी रखी. वहीं आपदा के चार दिन बाद भी पूरे क्षेत्र में लोग खौफजदा हैं.

15:36 February 10

नदी किनारे आपदा में बहे लोगों की खोजबीन जारी

अलकनंदा नदी में अभी भी मटमैला पानी बह रहा है. पूरी नदी के किनारे मलबा, कीचड़ व लकड़ियों के ढेर लगे हैं. नदी के किनारे मछलियां सड़ रही हैं. एसडीआरएफ व पुलिस के जवान नदी किनारे आपदा में बहे लोगों की खोजबीन में मुश्तैदी से जुटे हैं.

15:35 February 10

टनल को खोलने की कोशिश में जुटी फोर्स- DIG

जोशीमठ आपदा
फोर्स टनल को खोलने की कोशिश में जुटी

गढ़वाल की डीआईजी नीरू गर्ग ने कहा, हमारी सभी फोर्स टनल को खोलने की कोशिश कर रही हैं, हम 24 घंटे काम कर रहे हैं. एनटीपीसी और स्थानीय लोगों का कहना है कि एक जगह पर उन्हें उम्मीद है कि वर्कर्स काम कर रहे थे तो हो सकता है कि वहां ड्रिलिंग करने की जरूरत हो. हम रात को ड्रिल करके देखेंगे.

15:35 February 10

राहत बचाव कार्य जारी

जोशीमठ आपदा
​​तपोवन सुरंग में आईटीबीपी और अन्य एजेंसियां का काम जारी

आईटीबीपी और अन्य एजेंसियां ​​तपोवन सुरंग के अंदर पाइप और तारों की मदद से ढीले के कोनों को काट रही हैं.

14:51 February 10

आईटीबीपी, सेना और स्थानीय प्रशासन समेत सभी एजेंसियों की बैठक

राहत और बचाव अभियान की समीक्षा करने के लिए आज जोशीमठ में आईटीबीपी, सेना और स्थानीय प्रशासन समेत सभी एजेंसियों की बैठक हुई.

13:51 February 10

आईटीबीपी के जवान ग्लेशियर टूटने से आई फ्लैश फ्लड की वजह से अलग-थलग हुए गांवों तक राशन पहुंचा रहे हैं. 

12:24 February 10

ITBP देहरादून के सेक्टर हेडक्वार्टर के डीआईजी अपर्णा कुमार ने कहा कि जो मलबा अंदर फंसा हुआ था अब वो ज़्यादा बाहर निकलकर आ रहा है. NTPC के टेक्निकल एक्सपर्ट का कहना है कि अब किसी का भी अंदर जाना रिस्की है क्योंकि अंदर से पानी का तेज़ बहाव हो सकता है, तो अब मशीनों द्वारा ही मलबा निकाला जाएगा.

12:20 February 10

उत्तराखंड के आपदा न्यूनीकरण और प्रबंधन केंद्र के पियूष रौतेला ने कहा कि हम सिर्फ इतना जानते हैं कि सुरंग 2.5 किमी लंबी है और 30-35 कर्मचारी अंदर फंस गए हैं. राहत और बचाव कार्य में SDRF, पुलिस, ITPB, सेना और नौसेना के गोताखोर सुरंग के अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए मलबा हटा रहे हैं.

12:17 February 10

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता अभी नहीं मिली है, मलबे में अब बड़े बोल्डर भी दिखने लगे हैं. वहां 24 घंटे काम चल रहा है.

10:26 February 10

मलबा हटाने का काम जारी.

जोशीमठ : चमोली में आए जल प्रलय को बीते आज चौथा दिन है. आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीम दिन-रात रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है. राहत बचाव टीम तपोवन बैराज की बड़ी टनल में से मलबा हटाने का काम कर रही है. बताया जा रहा है कि अंदर जो गाड़ियां मौजूद हैं, वो अब दिखने लगी हैं.

रात भर से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुबह टीम ने टनल के अंदर जाकर निरीक्षण किया, जिसमें अंदर कुछ गाड़ियां दिख रही हैं. ऐसे में राहत बचाव दल को उम्मीद है कि आज देर शाम तक टनल में से मलबे को साफ कर दिया जाएगा. बताया जा रहा है कि अभी तक टनल के अंदर 120 मीटर तक मलबे को साफ कर दिया गया है.

10:24 February 10

उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात कर मांगा विवरण

उत्तराखंड के चमोली हादसे में हिमाचल के लापता लोगों का आंकड़ा दस तक पहुंच गया है. इन दस लोगों में से 5 लोग रामपुर की किन्‍नू पंचायत जबकि दो लोग शिंगला पंचायत के हैं. शिंगला पंचायत के पवन और राकेश की उम्र तीस साल के आसपास है. एक व्‍यक्ति पालमपुर का और एक व्यक्ति पांवटा का जीत सिंह ठाकुर, एक मंडी जिला के करसोग तहसील का गुरमीत वर्मा लापता बताया जा रहा है. हादसे के बाद से इन लोगों की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.  हिमाचल के अतिरिक्त मुख्‍य सचिव राजस्‍व आरडी धीमान ने कहा कि सरकार के पास लापता हुए दस लोगों की जानकारी पहुंच चुकी है. 

लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ 

हिमाचल प्रदेश के रामपुर के लापता सात लोगों में से एक कैलाश ठेकेदार है. जिस दिन हिमखंड आने की वजह से बाढ़ आई और ऋषिगंगा पर निर्माणाधीन बिजली परियोजना तबाह हो गई. उसी दिन रामपुर से लोग चमोली के लिए चले गए थे. अभी तक किसी भी लापता व्‍यक्ति से कोई संपर्क नहीं हुआ है. घटना स्थल पर मौजूद वहां के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी में रामपुर प्रशासन से बात करते हुए कहा कि तीस से चालीस फीट का मलबा है. 

घटना स्थल पर मौजूद वहां के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी में रामपुर प्रशासन से बात करते हुए कहा कि तीस से चालीस फीट का मलबा है.  उसे निकालने में समय लगेगा. इन लोगों के परिजनों की भी वहां के अधिकारियों से बात करवाई गई है. पहले इन लोगों को परियोजना स्‍थल तक नहीं जाने दिया जा रहा था, लेकिन बात करने के बाद उन्‍हें परियोजना स्‍थल पर जाने दिया गया है. 

मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने कहा

उधर हिमाचल के मुख्‍य सचिव अनिल खाची ने कहा कि उन्‍होंने उतराखंड के मुख्‍य सचिव से रिपोर्ट मांगी है, लेकिन अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं आया है. प्रदेश सरकार जवाब का इंतजार कर रही हैं. 

उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात कर मांगा विवरण

हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा उनकी उतराखंड के मुख्‍यमंत्री से बात हुई है. प्रदेश के सात या आठ लोग वहां से लापता हैं, लेकिन सही संख्‍या कितनी है इस बारे में रिपोर्ट मांगी गई है.

07:47 February 10

सर्च एंड रेस्क्यू अभियान जारी

जिंदगी बचाने की जंग जारी

चमोली जिले में हुई भीषण तबाही के बाद रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र के अलावा अन्य जगहों पर सर्च एंड रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. अभियान में 6 टीमें अलकनंदा नदी किनारे मलबे को साफ कर शवों की खोजबीन में जुटी हैं. वहीं तीन अन्य स्थानों पर राफ्ट के जरिये सर्च एंड रेस्क्यू चल रहा है. बचाव और राहत का काम जोशीमठ क्षेत्र में धौली गंगा नदी और आसपास के प्रभावित क्षेत्रों में भी लगातार जारी है. तपोवन एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट की एक टनल के अंदर फसे 33 लोगों को अभी भी लगातार रेस्क्यू करने का काम जारी है. 

रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे अलग-अलग जगहों पर छः शवों को बरामद किया गया. ये शव रुद्रप्रयाग के पपड़ासू, जवाड़ी बायपास, बेला, सारी, पुरानी तहसील में मिले. इन शवों को मलबे से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला चिकित्सलय भेजा गया. 

जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि सर्च एंड रेस्क्यू अभियान निरन्तर जारी है. चमोली में हुई भीषण आपदा के बाद रुद्रप्रयाग में विभिन्न स्थानों में टीम गठित कर राहत व खोज-बचाव कार्य चल रहा है. अलकनंदा नदी में तीन स्थानों पर राफ्ट के माध्यम से सर्च एंड रेस्क्यू का अभियान चलाया जा रहा है. 

इसके अलावा छह अन्य टीम भी बचाव व खोज अभियान में जुटी हुई हैं. अलकनंदा नदी में तीन राफ्ट टीम से खोज व बचाव अभियान जारी है. गौचर के सारी से रुद्रप्रयाग तक पहली राफ्ट, रुद्रप्रयाग से खांकरा तक दूसरी राफ्ट तथा खांकरा से धारी देवी मंदिर तक तीसरी राफ्ट तैनात की गई है, जो लगातार सर्च व रेस्क्यू कर रही हैं. 

सर्च अभियान के टीम प्रभारी भगवान सिंह रौथाण ने बताया कि अलकनंदा नदी किनारे टीम सर्च अभियान चलाए हुए हैं. नदी में मछलियां मर रही है, जो किनारे पर आ रही हैं. जबकि लकड़ियां भी बहकर आ रही हैं. इसके अलावा भारी मात्रा में मलबा आया हुआ है. शवों की ढूंढने को लेकर जगह-जगह पर मलबे को साफ किया जा रहा है.

32 शव बरामद, ब्लॉक सुरंग की 60 मीटर खुदाई बाकी

मंगलवार को पूरे दिन चले रेस्क्यू अभियान की ताजा हालातों की जानकारी देते हुए एसडीआरएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि अब तक कुल 32 शव बरामद किए जा चुके हैं. जिनमें से 8 लोगों की शिनाख्त भी की जा चुकी है. जिसमें 4 व्यक्ति ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में काम करने वाले और 3 लोग ऋत्विक कम्पनी के हैं. SDRF से मिली ताजा जानकारी के अनुसार रेस्क्यू के मुख्य बिंदु तपोवन में एनटीपीसी प्रोजेक्ट की टनल में लगातार मलवा हटाने का काम जारी है. अब तक डेढ़ सौ मीटर तक मलबा साफ किया गया है, लेकिन अभी 60 मीटर और अंदर खुदाई की जरूरत है. डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि जैसे-जैसे टनल में खुदाई अंदर तक की जा रही है.

SDRF की 13 अलग-अलग टीमें निकली है मिशन पर

डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि चमोली आपदा को लेकर एसडीआरएफ ने अपनी 13 अलग-अलग टीम गठित की हैं. जिनमें से 6 टीमें जोशीमठ से श्रीनगर तक अंडर वॉटर सर्च रेस्क्यू का काम रही हैं. जिसमें SDRF की टीम नदी में जाकर, कई अत्याधुनिक तकनीकों से लैस राफ्ट और अंडर वाटर सोनार के जरिए शवों को ढूंढने का काम कर रही हैं. इसके अलावा 3 टीमें आसपास के प्रभावित गांवों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मिलकर राहत के साथ साथ गुमशुदा लोगों का डाटा संकलन कर रही हैं. वहीं इसके अलावा SDRF की 3 टीमें ऋषिगंगा प्रोजेक्ट से लेकर तपोवन एनटीपीसी प्रोजेक्ट तक मलबे में शवों को ढूंढने का काम कर रही है. जिसमें 4 स्निफर डॉग भी शामिल हैं.

जियोग्राफिकल मैपिंग से जल्द स्पष्ट होगी स्थिति
उत्तराखंड एसडीआरएफ द्वारा तपोवन एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट की टनल में रेस्क्यू को लेकर ज्योग्राफिकल मैपिंग के लिए आज CSIR संस्थान के साथ मिल कर श्रीनगर से एक हेलीकॉप्टर को उड़ाया गया. जिसने तपोवन ब्लॉक टनल की पूरी तरह से मैपिंग की. उसके बाद यह गौचर में लैंड हुआ. रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि CSIR का जियोग्राफिकल मैपिंग इक्यूपमेंट श्रीनगर में ही मौजूद था. ब्लॉक टनल की मैपिंग कर टनल के अंदर मलबे और पानी की वास्तविक स्थिति का आकलन किया गया. जिसको लेकर वैज्ञानिक अभी विश्लेषण में लगे हैं. कल सुबह तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. 

06:34 February 10

जोशीमठ रेस्क्यू

देहरादूनः जोशीमठ आपदा के बाद 600 से अधिक सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. ये जवान बाढ़ से प्रभावित और संपर्क से बाहर हुए गांवों में खाना, दवाईयां और अन्य जरूरी चीजें पहुंचा रहे हैं. राज्य के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आईटीबीपी जवानों को ट्वीट कर धन्यवाद कहा.

इस आपदा में अभी तक 32 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. जबकि 174 लोग अभी भी लापता हैं.

Last Updated : Feb 10, 2021, 8:15 PM IST
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