ETV Bharat / bharat

जानिए क्यों आज आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन करेंगे रामदास अठावले

भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष रामदास अठावले आज आजाद मैदान में ओबीसी, मराठा आरक्षण और राज्य में बढ़ती दलित विरोधी घटनाओं जैसे अन्य मुद्दों और 5% मुस्लिम आरक्षण की मांग के लिए विरोध प्रदर्शन करेंगे.

रामदास अठावले
रामदास अठावले
author img

By

Published : Jul 6, 2021, 8:09 AM IST

मुंबई: केंद्रीय मंत्री और भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष रामदास अठावले आज आजाद मैदान में ओबीसी, मराठा आरक्षण और राज्य में बढ़ती दलित विरोधी घटनाओं जैसे अन्य मुद्दों और 5% मुस्लिम आरक्षण की मांग के लिए अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे.

पढ़ें : सरकार महाराष्ट्र को जला रही है, राष्ट्रपति शासन लगे : अठावले

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने मराठा आरक्षण की मांग का समर्थन किया है, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि मराठा समाज को आरक्षण मिलता तो खुशी होती.

क्या है मराठा आरक्षण

महाराष्ट्र सरकार ने 2018 में एक कानून बनाकर मराठा समुदाय को शिक्षा और रोजगार में 16 फीसदी आरक्षण देने की व्यवस्था की थी जिससे महाराष्ट्र में कुल आरक्षण का प्रतिशत 50 फीसदी की सीमा से ऊपर चला गया था. 2019 में हाईकोर्ट ने इस कानून की वैधता की पुष्टि की थी.

मुंबई: केंद्रीय मंत्री और भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष रामदास अठावले आज आजाद मैदान में ओबीसी, मराठा आरक्षण और राज्य में बढ़ती दलित विरोधी घटनाओं जैसे अन्य मुद्दों और 5% मुस्लिम आरक्षण की मांग के लिए अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन करेंगे.

पढ़ें : सरकार महाराष्ट्र को जला रही है, राष्ट्रपति शासन लगे : अठावले

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने मराठा आरक्षण की मांग का समर्थन किया है, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि मराठा समाज को आरक्षण मिलता तो खुशी होती.

क्या है मराठा आरक्षण

महाराष्ट्र सरकार ने 2018 में एक कानून बनाकर मराठा समुदाय को शिक्षा और रोजगार में 16 फीसदी आरक्षण देने की व्यवस्था की थी जिससे महाराष्ट्र में कुल आरक्षण का प्रतिशत 50 फीसदी की सीमा से ऊपर चला गया था. 2019 में हाईकोर्ट ने इस कानून की वैधता की पुष्टि की थी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.