नई दिल्ली/शिमला : सामाजिक कार्यकर्ता और पद्मश्री से सम्मानित बाबा इकबाल सिंह का शनिवार को हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में निधन हो गया. वह 96 वर्ष के थे. जिले के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
अधिकारी ने बताया कि सिंह ने सिरमौर जिले के बारू साहिब में अंतिम सांस ली. उन्होंने बताया कि वह पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और करीब एक महीने से पंजाब के मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे.
अधिकारी ने बताया कि सिंह को शुक्रवार को बारू साहिब लाया गया था और शनिवार को दोपहर करीब तीन बजे उनका निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर को किया जाएगा.
96 वर्षीय बाबा इकबाल सिंह को पद्म श्री सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा 25 जनवरी को हुई थी. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने उनके निधन पर शोक जताया है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया कि शिक्षा, चिकित्सा और समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले इक़बाल सिंह जी के निधन से बहुत दुःख हुआ. उनकी सेवाओं के सम्मान स्वरूप उन्हें वर्ष 2022 में पद्मश्री के लिए चुना गया. उनके परिवार व प्रशंसकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदनाएं.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि युवाओं को शिक्षित करने की दिशा में किए गए प्रयासों के लिए उन्हें याद किया जाएगा. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'बाब इकबाल सिंह के निधन से दुखी हूं. युवाओं को शिक्षित करने के प्रयासों के लिए उन्हें याद किया जाएगा.'
उन्होंने कहा कि सिंह ने सामाजिक सशक्तीकरण को आगे बढ़ाने के लिए भी बिना थके काम किए. उन्होंने कहा, 'मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. वाहे गुरु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.'
हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने सामान्य और धार्मिक शिक्षा के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसे हमेशा याद किया जाएगा. ठाकुर ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति देने और उनके शोक संतप्त परिवार के सदस्यों एवं प्रशंसकों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की.
पढ़ें- पद्म अवार्ड हासिल करने वाले हस्तियों के बारे में जानें
(भाषा इनपुट के साथ)