नई दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को लेकर जारी सियासी वाकयुद्ध के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता डेरेक ओब्रायन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीब एक दशक पुराने बयान 'धर्म व्यक्तिगत है, त्योहार सभी के लिए' को याद करते हुए कहा कि इससे सही बात नहीं कही गई.
ओब्रायन ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'धर्म व्यक्तिगत है, त्योहार सभी के लिए' ममता बनर्जी, 2011. इससे सही बात नहीं कही गई.' तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता का पोस्ट तब आया है जब केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के लिए विपक्ष के नेताओं की आलोचना कर रही है.
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के निमंत्रण को 'सम्मानपूर्वक अस्वीकार' कर दिया, साथ ही पार्टी ने भाजपा पर चुनावी लाभ के लिए इसे 'राजनीतिक परियोजना' बनाने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि धर्म एक 'व्यक्तिगत मामला' है.
इससे पहले, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था. वाम दल ने कहा था कि धर्म एक व्यक्तिगत पसंद है और इसे राजनीतिक लाभ के साधन में नहीं बदला जाना चाहिए. यह स्पष्ट नहीं है कि टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी को समारोह के लिए निमंत्रण मिला है या नहीं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के माध्यम से 'नौटंकी' कर रही है. टीएमसी सुप्रीमो ने जोर देकर कहा कि 'वह अन्य समुदायों को अलग रखने वाले उत्सवों का समर्थन नहीं करती हैं' और धार्मिक आधार पर जनता को विभाजित करने में विश्वास नहीं करती हैं.