ETV Bharat / bharat

देश भर में लू से राहत, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, तमिलनाडु में बारिश की संभावना - पंजाब मौसम न्यूज

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के मध्य और पूर्वी भारत की ओर बढ़ने तथा एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के सभी हिस्सों में लू की स्थिति में नरमी आई है. विभाग का कहना है कि 29 जून तक लू के हालात में नरमी बने रहने का अनुमान है.

देश के सभी हिस्सों में लू से राहत
देश के सभी हिस्सों में लू से राहत
author img

By

Published : Jun 17, 2022, 7:31 AM IST

Updated : Jun 17, 2022, 10:03 AM IST

नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के मध्य और पूर्वी भारत की ओर बढ़ने तथा एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के सभी हिस्सों में लू की स्थिति में नरमी आई है. विभाग का कहना है कि 29 जून तक लू के हालात में नरमी बने रहने का अनुमान है. उत्तर पश्चिमी भारत दो जून से जबकि मध्य भारत 10 जून से गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाओं के कारण लू की चपेट में था. आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में तीन जून से शुरू हुई लू का असर 12 जून तक रहा.

पढ़ें: दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना सहित देश के कई राज्यों में बारिश

हालांकि, लू का प्रभाव कम होने के बाद भी 15 जून तक दिल्ली, दक्षिणी हरियाणा, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों पर यह हावी रहा. विभाग के मुताबिक, झारखंड, पश्चिम बिहार, उत्तरी ओडिशा और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में भी 10 जून से 15 जून तक लोगों को लू का सामना करना पड़ा. आईएमडी ने कहा कि लू का प्रकोप आज (16 जून) कम हो गया है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य और पूर्वी भारत की ओर बढ़ने तथा एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण इसकी स्थिति में नरमी आई है. इसने कहा कि देश के उत्तर-पश्चिमी और मध्य भागों में अधिकतम तापमान में पांच से 10 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आई है. मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 23 जून से 29 जून के बीच मध्य भारत के शेष हिस्सों और उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में पहुंचने की संभावना है.

पढ़ें: दिल्ली: भीषण गर्मी का दौर जारी, अधिकतम तापमान 44 डिग्री पार

चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है. इस चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ रेखा अरब सागर के मध्य भागों तक फैली हुई है. एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम होते हुए असम तक फैली हुई है. चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा बिहार से पूर्वी मध्य प्रदेश होते हुए तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है. पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी बारिश हुई.

पढ़ें: खराब मौसम में फंसी नौका में सवार लोगों को एक भारतीय इंजीनियर ने बचाया

ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप और कोंकण और गोवा में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, केरल, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश होटल, दक्षिण गुजरात और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई. गंगीय पश्चिम बंगाल, आंतरिक तमिलनाडु, रायलसीमा, पूर्वी गुजरात, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दिल्ली के कुछ हिस्सों, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश हुई. हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में एक या दो स्थानों पर लू चली.

पढ़ें: मानसून की क्या है स्थिति, एक नजर

अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है. ओडिशा, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, लक्षद्वीप लक्ष्यदीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. बिहार, झारखंड, कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, विदर्भ, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा, पश्चिमी हिमालय, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली और एनसीआर के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. उत्तर और पूर्वी राजस्थान, गुजरात के कुछ हिस्सों और पश्चिमी एमपी में हल्की बारिश संभव है.

नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के मध्य और पूर्वी भारत की ओर बढ़ने तथा एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण देश के सभी हिस्सों में लू की स्थिति में नरमी आई है. विभाग का कहना है कि 29 जून तक लू के हालात में नरमी बने रहने का अनुमान है. उत्तर पश्चिमी भारत दो जून से जबकि मध्य भारत 10 जून से गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाओं के कारण लू की चपेट में था. आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में तीन जून से शुरू हुई लू का असर 12 जून तक रहा.

पढ़ें: दिल्ली, हरियाणा, तेलंगाना सहित देश के कई राज्यों में बारिश

हालांकि, लू का प्रभाव कम होने के बाद भी 15 जून तक दिल्ली, दक्षिणी हरियाणा, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों पर यह हावी रहा. विभाग के मुताबिक, झारखंड, पश्चिम बिहार, उत्तरी ओडिशा और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में भी 10 जून से 15 जून तक लोगों को लू का सामना करना पड़ा. आईएमडी ने कहा कि लू का प्रकोप आज (16 जून) कम हो गया है. दक्षिण-पश्चिम मानसून के मध्य और पूर्वी भारत की ओर बढ़ने तथा एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण इसकी स्थिति में नरमी आई है. इसने कहा कि देश के उत्तर-पश्चिमी और मध्य भागों में अधिकतम तापमान में पांच से 10 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आई है. मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 23 जून से 29 जून के बीच मध्य भारत के शेष हिस्सों और उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में पहुंचने की संभावना है.

पढ़ें: दिल्ली: भीषण गर्मी का दौर जारी, अधिकतम तापमान 44 डिग्री पार

चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है. इस चक्रवाती परिसंचरण से एक ट्रफ रेखा अरब सागर के मध्य भागों तक फैली हुई है. एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम होते हुए असम तक फैली हुई है. चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा बिहार से पूर्वी मध्य प्रदेश होते हुए तटीय आंध्र प्रदेश तक फैली हुई है. पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में मध्यम से भारी बारिश हुई.

पढ़ें: खराब मौसम में फंसी नौका में सवार लोगों को एक भारतीय इंजीनियर ने बचाया

ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप और कोंकण और गोवा में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, केरल, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश होटल, दक्षिण गुजरात और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हुई. गंगीय पश्चिम बंगाल, आंतरिक तमिलनाडु, रायलसीमा, पूर्वी गुजरात, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दिल्ली के कुछ हिस्सों, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश हुई. हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में एक या दो स्थानों पर लू चली.

पढ़ें: मानसून की क्या है स्थिति, एक नजर

अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है. ओडिशा, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, लक्षद्वीप लक्ष्यदीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. बिहार, झारखंड, कर्नाटक, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, विदर्भ, मराठवाड़ा, कोंकण और गोवा, पश्चिमी हिमालय, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली और एनसीआर के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. उत्तर और पूर्वी राजस्थान, गुजरात के कुछ हिस्सों और पश्चिमी एमपी में हल्की बारिश संभव है.

Last Updated : Jun 17, 2022, 10:03 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.