नई दिल्ली : राजधानी में डेंगू (Dengue in Delhi) का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. बीते एक सप्ताह में डेंगू के रिकॉर्ड करीब 2569 मरीजों की पुष्टि होने के बाद मच्छर जनित बीमारी (Mosquito Borne Disease) के कुल मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 5277 तक पहुंच गया है. इसके साथ ही दिल्ली में डेंगू के मामलों का पांच साल का रिकॉर्ड (Record Cases Of dengue) भी टूट गया है.
डेंगू को लेकर दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (South Delhi Municipal Corporation) सोमवार को समग्र साप्ताहिक रिपोर्ट जारी करती है. रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस सीजन में डेंगू के मामले बढ़कर 5,277 हो गए हैं, जो 2016 के बाद से राजधानी में मच्छर जनित बीमारी के सबसे अधिक मामले हैं. पिछले एक सप्ताह में 2,569 नए मामले दर्ज किए गए हैं. हालांकि, डेंगू के कारण कोई भी ताजा मौत की सूचना नहीं मिली है. अब तक कुल 9 लोगों की मौत हो चुकी है.
रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष 13 नवंबर तक 5,277 डेंगू के मामले दर्ज किए गए हैं, जो 2015 के बाद से एक साल में सबसे ज्यादा मामले हैं. वर्ष 2016 में डेंगू के कुल 4431 मामले. 2017 में 4726 मामले. वर्ष 2018 में 2798 मामले. वर्ष 2019 में 2036 मामले और वर्ष 2020 में 1072 डेंगू के कुल मामले दर्ज किए गए थे.
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डिजिटल मंच लोकल सर्किल्स नामक संस्था ने पिछले दिनों डेंगू पर सर्वेक्षण किया था. सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के 43 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनके परिवार में या उनके किसी करीबी को इस साल डेंगू हुआ है. अगस्त के मध्य से दिल्ली-एनसीआर (Dengue In Delhi-NCR) के कई निवासियों ने संस्था को बताया कि उनके परिवार में किसी न किसी को तेज बुखार, थकान और जोड़ों में दर्द जैसे डेंगू के लक्षण होने की जानकारी दी. सर्वेक्षण में 15000 प्रतिक्रियाएं मिलीं, जिनमें से गाजियाबाद के 57 प्रतिशत, दिल्ली में 45 प्रतिशत, नोएडा के 44 प्रतिशत, फरीदाबाद के 40 प्रतिशत और गुड़गांव के 29 प्रतिशत लोग थे.