जालना: जिले के अंतरवाली गांव में मराठा आरक्षण के दौरान प्रदर्शनकारियों पर शुक्रवार को लाठीचार्ज करने और भीड़ के पथराव करने से घायल हुए पुलिसकर्मियों से आज पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल में हाल चाल जाना. इस दौरान उनसे पूछताछ भी की. इस घटना में बड़ी संख्या में पुलिस और प्रदर्शनकारी घायल हुए. मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज की गूंज पूरे महाराष्ट्र में सुनाई दी. इस बीच घटना की जानकारी मिलने पर विशेष पुलिस महानिरीक्षक ज्ञानेश्वर चव्हाण ने तुरंत जालना के सरकारी सामान्य अस्पताल का दौरा किया और घायलों के बारे में जानकारी ली. इस मौके पर उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए लाठीचार्ज के पीछे की वजह बताई.
मनोज पाटिल की तबीयत बिगड़ी: चार दिनों से चल रहे मराठा विरोध प्रदर्शन को लेकर पुलिस प्रशासन लगातार संपर्क में है. इस बीच भूख हड़ताल पर बैठने वाले मनोज जारांगे पाटिल की तबीयत बिगड़ने के कारण पुलिस और जिला प्रशासन उनकी स्थिति की जांच कर रहा है. आगे की दवा और इलाज के लिए वहां ले जाने के लिए भी मना रहे हैं. पुलिस ने बताया कि जारांगे पाटिल ने भी पुलिस की इस कोशिश का जवाब दिया था.
पुलिस पर पथराव: भीड़ ने अचानक महिला पुलिस पर पथराव कर दिया. करीब 45 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी घायल हो गये. ज्ञानेश्वर चव्हाण ने बताया कि उनमें से कुछ का इलाज अंबाद उपजिला अस्पताल में और अन्य का जालना सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है. वह जालना जिला सरकारी अस्पताल गए और घायलों से मुलाकात की और उनसे पूछताछ की. जो हुआ वह निश्चित रूप से गलत हुआ. चव्हाण ने कहा कि सोशल मीडिया की ओर से गलत जानकारी फैलाई गई. उन्होंने नागरिकों से किसी भी अफवाह में न आकर शांति बनाए रखने की अपील की है.