मेरठ: क्रिकेट जगत में कई ऐसे सगे भाइयों की प्रसिद्ध जोड़ी हुई हैं, जिन्होंने अपने हुनर से लोगों के दिल में जगह बनाई है. इनमें भारतीय जोड़ी इरफान पठान और युसुफ पठान व हार्दिक और कुणाल पांड्या का नास सबसे पहले आता है. अब ऐसी ही एक जोड़ी मेरठ से तैयार हो रही है. मेरठ के ये दोनों सगे और जुड़वा भाई लगातार क्रिकेट में अपने हुनर के बल पर जगह बना रहे हैं. इन दोनों का नाम है अजय और विजय. ये दोनों ही फास्ट बॉलर हैं.
यूपी टी-20 लीग में खेल चुके हैं दोनों भाईः भामाशाह पार्क क्रिकेट स्टेडियम मेरठ में दो सगे भाई दिन निकलते ही पसीना बहाने पहुंच जाते हैं. इन दोनों भाइयों का नाम है अजय और विजय. हाल ही में संपन्न हुए यूपी टी -20 लीग में भी दोनों भाई अलग-अलग टीमों का हिस्सा रहे थे. मूल रूप से सहारनपुर जिले के रहने वाले दोनों भाई मेरठ के भामाशाह स्टेडियम में क्रिकेट का प्रशिक्षण ले रहे हैं.
एक जैसा दिखते और एक जैसा ही खेलते हैं दोनोंः इतना ही नहीं अब तक अलग अलग श्रेणी में दोनों भाई कई क्रिकेट मैच भी खेल चुके हैं. इनकी एक खासियत यह भी है कि अगर ये दोनों एक साथ किसी के सामने आ जाएं तो फिर इन्हें कोई पहचान भी नहीं सकता. हू-ब-हू एक जैसा चेहरा, एक जैसी हाईट और एक जैसा ही इनका उठना चलना हर किसी को हैरान कर देता है. हर कोई इस जोड़ी को देखकर आसानी से यह नहीं जान सकता कि इनमें अजय कौन है और विजय कौन है.
सहारानपुर के सामान्य परिवार से हैं अजय-विजयः सहारनपुर जनपद के रहने वाले अजय और विजय बताते हैं कि उनकी परवरिश भी एक जैसी ही हुई है. परिवार में जो भी कुछ आता था, वह एक जैसा ही दोनों के लिए आता है. दोनों जुड़वा भाई फास्ट बॉलर के तौर पर अपनी पहचान बना चुके हैं. उनकी गेंदबाजी के सामने जो भी बैट्समैन होता है, उसके लिए खेलना चुनौती पूर्ण होता है. दोनों भाई बताते हैं कि वह हर दिन कम से कम आठ से दस घंटे अभ्यास करते हैं.
भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पांड्या के हैं फैनः ईटीवी भारत से बातचीत में अजय ने बताया कि उन्हें क्रिकेटर भुवनेश्वर कुमार बेहद पसंद हैं. उनसे वह प्रेरित हैं. 2018 में दोनों भाई मेरठ के भामाशाह स्टेडियम में क्रिकेट से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त करने आए थे. उन्हें इसी क्षेत्र में खुद को स्थापित करना है. अजय ने बताया कि वह अंडर-19 समेत, सीनियर्स कैम्प में खेल चुके हैं. कई राष्ट्रीय स्तर की क्रिकेट प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर चुके हैं.
दोनों कभी एक टीम से नहीं खेलतेः उत्तर प्रदेश में आयोजित हुई यूपी क्रिकेट लीग में भी कानपुर सुपर स्टार की टीम से अजय खेले थे. तब अजय की बॉलिंग को काफी सराहा गया था. हालांकी अजय कहते हैं कि वे स्वयं अभी अपनी परफॉर्मेंस से संतुष्ट नहीं हैं. अजय ने बताया कि इस वक्त उनका लक्ष्य रणजी ट्राफी, शहीद मुस्ताक ट्राफी खेलने को लेकर है. उसके बाद मेन फोकस इंडिया टीम पर है. वह कहते हैं कि एक-एक सीढ़ी करके चढ़ेंगे तो ठीक रहेगा. दोनों भाई भुवनेश्वर समेत कई अन्य राष्ट्रीय खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे चुके कोच संजय रस्तोगी से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं.
अजय-विजय के कोच का क्या है नामः अजय कहते हैं कि शुरुआत से ही दोनों भाइयों का लक्ष्य एक ही था कि जो भी करेंगे, एक साथ ही और एक जैसा ही करेंगे. वे दोनों भाई क्रिकेटर भुवनेश्वर और हार्दिक पांड्या से बेहद प्रेरित हैं. यूपी टी -20 में तो दोनों भाइयों ने आमने सामने मैच भी खेला. बेहद ही रोमांच वाला वह अनुभव था. अजय विजय के कोच संजय रस्तोगी बताते हैं कि दोनों ही भाइयों में प्रतिभा है. दोनों भाइयों ने काफी कैम्प किए हैं. यूपी की टीम में भी रहे हैं, जोनल मैच भी खेले हैं. नेशनल क्रिकेट के कैम्प भी किए हैं, जहां इंडिया टॉप 30 जाते हैं. वह बताते हैं कि जो गुण क्रिकेटर में होने चाहिए वह दोनों भाइयों में हैं.
यूपी टी-20 लीग में कैसा रहा था प्रदर्शनः विजय बताते हैं कि चार साल से कोच संजय रस्तोगी से प्रशिक्षण ले रहे हैं. यहां आने के बाद स्टेट अंडर 19 खेले हैं. उसके बाद पिछले साल 25 खेले हैं और अभी हाल ही में यूपी टी -20 में गोरखपुर की टीम में रहकर पांच मैच खेले हैं. जहां 6 विकेट लिए. विजय बताते हैं कि प्रैक्टिस मैच में आमने सामने ही रहते हैं. सर कभी भी दोनों को एक टीम में नहीं रखते. अजय और विजय बताते हैं कि दोनों को क्रिकेट के अलावा बैडमिंटन, फुटबॉल खेलना भी बेहद पसंद है. लेकिन प्राथमिकता क्रिकेट ही है.