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जानें, राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने पर किसने क्या कहा - राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार

राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि कृषि कानून को निरस्त किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने राष्टपति के भाषण का बहिस्कार किया और किसानों के समर्थन में नारे लगाए.

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बजट सत्र से पहले दोनों सदनो के किया संबोधित
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Published : Jan 29, 2021, 1:45 PM IST

नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र 2021 की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से हुई. इस मौके पर विपक्षी दलों ने बहिष्कार का एलान किया था.

इस मामले पर लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपति के संबोधन का बहिष्कार करने का मतलब उनका अपमान करना नहीं है. हम किसानों के साथ खड़े हैं और मांग कर रहे हैं कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का यही सबसे बड़ा कराण था. अधीर रंजन ने कहा कि हम बहस करने के लिए तैयार है.

वहीं, राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि कृषि कानून को निरस्त किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने राष्टपति के भाषण का बहिस्कार किया और किसानों के समर्थन में नारे लगाए. संजय सिंह ने कहा कि हम लोगों को सेंट्रल हॉल में जाने की अनुमति नहीं मिली, इसलिए हमलोगों ने गेट पर ही नारे लगाए. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि किसानों को देशद्रोही नहीं कहा ज सकता, इसलिए हमने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया.

पढ़ें: गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण : राष्ट्रपति कोविंद

संसद के बजट सत्र 2021 में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सांसद हनुमान बेनीवाल ने आज इस दौरान तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर नारेबाजी की.

वहीं, इस पूरे मामले पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान संसद में नारेबाजी की, यह बहुत पीड़ादायक है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति राजनीतिक मतभेदों से परे हैं, विपक्षी दलों द्वारा उनके अभिभाषण का बहिष्कार किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.

नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र 2021 की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से हुई. इस मौके पर विपक्षी दलों ने बहिष्कार का एलान किया था.

इस मामले पर लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपति के संबोधन का बहिष्कार करने का मतलब उनका अपमान करना नहीं है. हम किसानों के साथ खड़े हैं और मांग कर रहे हैं कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का यही सबसे बड़ा कराण था. अधीर रंजन ने कहा कि हम बहस करने के लिए तैयार है.

वहीं, राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने पर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि कृषि कानून को निरस्त किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने राष्टपति के भाषण का बहिस्कार किया और किसानों के समर्थन में नारे लगाए. संजय सिंह ने कहा कि हम लोगों को सेंट्रल हॉल में जाने की अनुमति नहीं मिली, इसलिए हमलोगों ने गेट पर ही नारे लगाए. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि किसानों को देशद्रोही नहीं कहा ज सकता, इसलिए हमने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया.

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संसद के बजट सत्र 2021 में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सांसद हनुमान बेनीवाल ने आज इस दौरान तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर नारेबाजी की.

वहीं, इस पूरे मामले पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान संसद में नारेबाजी की, यह बहुत पीड़ादायक है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति राजनीतिक मतभेदों से परे हैं, विपक्षी दलों द्वारा उनके अभिभाषण का बहिष्कार किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.

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