दार्जिलिंग: पश्चिम बंगाल के मिरिक में 12 सितंबर को एक स्कूल परिसर में सातवीं कक्षा की एक छात्रा के साथ चार नाबालिगों ने कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया. मामले का खुलासा कई हफ्तों के बाद हुआ, जिसके बाद स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया. पुलिस ने बताया कि इस वारदात को दार्जिलिंग जिले के मिरिक उपमंडल के एक स्कूल में अंजाम दिया गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना के सभी आरोपी नाबालिग हैं.
आरोप है कि शुरुआत में घटना को छुपाने की कोशिश की गई, क्योंकि एक नाबालिग आरोपी का पिता प्रभावशाली व्यक्ति है. लेकिन आखिरकार नाबालिग पीड़िता के परिवार ने सच्चाई उजागर करते हुए मिरिक पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के बाद मिरिक थाने की पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पीड़िता फिलहाल अस्पताल में भर्ती है. घटना में तीन और नाबालिग छात्रों के नाम सामने आये हैं.
पुलिस पूरी घटना की जांच में जुट गई है. पुलिस ने मामले में लीपापोती करने के आरोप को खारिज किया है. यह घटना दुष्कर्म है या सामूहिक दुष्कर्म, इसे लेकर पुलिस फिलहाल कोई जानकारी नहीं दे रही है. इस संबंध में मिरिक एसडीपीओ रुद्रनारायण साहू ने कहा, 'घटना में कार्रवाई हो चुकी है. पॉक्सो धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.' दूसरी ओर, यह पता चला है कि घटना कैसे हुई, इसकी जांच शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही है.
शिक्षा विभाग ने बुधवार को स्कूल अधिकारियों से विस्तृत लिखित रिपोर्ट मांगी है. दार्जिलिंग जिला स्कूल निरीक्षक (पहाड़ी) रोबिना तमांग ने कहा, 'स्कूल में बाहरी लोग कैसे घुसे इसकी जांच की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.' जानकारी सामने आ रही है कि 12 सितंबर को स्कूल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसी कार्यक्रम में सभी आरोपी स्कूल में आए थे. कार्यक्रम के खत्म होने के बाद एक क्लास रूम में नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म हुआ.