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टूलकिट विवाद: गिरफ्तारी देने खुद थाने पहुंचे छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम

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Published : May 25, 2021, 9:23 AM IST

टूलकिट मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह ने पुलिस को अपना जवाब दे दिया है. सोमवार को रायपुर पुलिस के अधिकारी रमन सिंह के बंगले पहुंचे. जहां रमन सिंह ने सवालों का जवाब दिया. पुलिस पूछताछ में उन्होंने लिखित में जवाब दिया. रमन सिंह ने ट्विटर एक्सेस देने से इनकार कर दिया है. वहीं टूलकिट केस में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को रायपुर पुलिस ने दूसरी बार नोटिस भेजा है.

टूलकिट विवाद
टूलकिट विवाद

रायपुर: टूलकिट मामले में छत्तीसगढ़ का सियासी पारा काफी गर्म रहा. एक तरफ जहां पूछताछ से पहले पूर्व सीएम रमन सिंह खुद गिरफ्तारी देने सिविल लाइन थाने पहुंचे. वहीं पुलिस पूछताछ में उन्होंने सवालों के लिखित में जवाब दिए. रमन सिंह ने पुलिस को ट्विटर एक्सेस देने से इनकार कर दिया. इसके पहले रमन सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भूपेश सरकार और सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा.

टूलकिट विवाद

टूलकिट मामले में पूछताछ करने सोमवार को सिविल लाइन थाना पुलिस पूर्व CM रमन सिंह के बंगले VIP रोड स्थित मौलश्री विहार पर पहुंची. CSP नसर सिद्दकी,TI आरके मिश्रा और SI मनीष वाजपेयी ने पूर्व सीएम से पूछताछ की. रमन सिंह ने टूलकिट मामले में अपना लिखित बयान पुलिस को दे दिया है. बंगले पर रमन सिंह समेत बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे.तेलीबांधा और मौदहापारा थाना के TI भी पूछताछ टीम में शामिल रहे. इससे पहले रमन सिंह पार्टी नेताओं के साथ गिरफ्तारी देने खुद सिविल लाइन थाना पहुंचे.

10 मिनट में लौटी पुलिस

जानकारी के मुताबिक सभी पुलिस अधिकारी 10 मिनट में ही बाहर आ गए. पुलिस ने रमन सिंह से उनके ट्विटर अकाउंट का एक्सेस पुलिस ने मांगा जिसे देने से रमन सिंह ने ये कहते हुए इनकार कर दिया कि, वो उनकी बेहद पर्सनल अकाउंट है. वे अपनी प्राइवेसी वो शेयर नहीं कर सकते. पुलिस ने पहले ही 4 सवाल डॉक्टर रमन को भेजे थे. सभी का लिखित जवाब उन्होंने पहले ही तैयार रखा था. अफसर जवाब लेकर लौट गए.

टूलकिट केस में पुलिस के सवाल और पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के जवाब

सवाल- जिस अकाउंट की शिकायत मिली है, क्या वो आपका ट्विटर अकाउंट है.

जवाब- जी हां, वह ट्विटर अकाउंट मेरा पर्सनल है.

पुलिस के सवाल
पुलिस के सवाल

सवाल- आप अपने टि्वटर अकाउंट का एक्सेस बताएं ?

जवाब-मेरा ट्विटर पेज और उसमें पोस्ट किए गए मैसेज, टिप्पणी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है. उसको आप किसी भी प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं और पढ़ सकते हैं. मेरे इस ट्विटर अकाउंट में व्यक्तिगत जानकारियां हैं, इसलिए अकाउंट के चाहे गए एक्सेस कानूनी तौर पर आपको देना सही नहीं है. उससे मेरी निजता के मौलिक अधिकारों का हनन होगा. यह नहीं दिया जा सकता है.

पुलिस के सवाल
पुलिस के सवाल

सवाल- आप को AICC रिसर्च प्रोजेक्ट और कांग्रेस का दस्तावेज कहां से प्राप्त हुआ ?

जवाब-18 मई को जो दस्तावेज मैंने पोस्ट किए हैं, वह पहले से ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध थे और प्रसारित हो रहे थे.

पुलिस के सवाल
पुलिस के सवाल

सवाल- कांग्रेस टूलकिट एक्सपोज्ड हेशटैग का प्रयोग करते हुए आपकी ओर से अन्य आरोपियों (संबित पात्रा) से किए गए संचार-संवाद के संबंध में जानकारी दें ?

जवाब- हेशटैग से जुड़े जो संचार संवाद हुए हैं, वह सभी मेरे ट्विटर पेज पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं.

पुलिस के सवाल
पुलिस के सवाल

'मैंने राष्ट्रहित को ध्यान में रखकर ट्वीट किया'

अपने लिखित जवाब में रमन सिंह ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी लोगों को दिग्भ्रमित करने के लिए षड़यंत्र कर रही है. कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को भारत सरकार की ओर से चलाए जा रहे योजनाओं और कार्यक्रमों को बाधित और बदनाम करने के लिए निर्देशित कर रही है. इस कृत्य से दुखी और व्यथित होकर मैनें जनता को सही तथ्य बताने के उद्देश्य से 18 मई को ट्वीट किया था. ट्वीट का उद्देश्य सत्य को सामने लाना और जन सामान्य में बनी भ्रांति को दूर करना था. मैंने राष्ट्रहित को ध्यान में रखकर ट्वीट किया था. जनता में जागरूकता लाने के उद्देश्य से किया गया था. जिस पर एक बार फिर से सरकार के दबाव में आधारहीन FIR की गई है.

गिरफ्तारी देने सिविल लाइन थाने पहुंचे रमन सिंह

टूलकिट मामले में प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है. सोमवार को इस मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह गिरफ्तारी देने सिविल लाइन थाना पहुंचे. उनके साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत मौजूद रहे. सभी नेता बोलने की आजादी का सम्मान करो के बोर्ड हाथों में लिए सिविल लाइन थाने के बाहर धरने पर बैठे.

'सिविल लाइन थाने से नहीं कांग्रेस भवन से हो रहा पूरा संचालन'

'प्रजातंत्र में आवाज को दबाने की कोशिश'

धरने के दौरान पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि ये एक सोची-समझी साजिश है. ये प्रजातंत्र में आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. संबित पात्रा जितना राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में आक्रमण करते हैं उतनी ही सोनिया गांधी, राहुल गांधी की बौखलाहट बढ़ रही है और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनके इशारों पर काम करते हैं. दबाव बनाकर, आतंकित कर संबित पात्रा को बोलने से रोकने की कोशिश की जा रही है. रमन सिंह ने कहा कि हमने चुनौती दी है कि कांग्रेस को जितने FIR करने हैं, करवा ले. बीजेपी का एक-एक कार्यकर्ता इस मुहिम में जुट गया है.

'थाने का संचालन कांग्रेस भवन से हो रहा'

धरने के बाद पूर्व सीएम रमन सिंह बंगले पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया से चर्चा की. पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस सुनियोजित रूप से षड़यंत्र कर भारतीय जनता पार्टी की छवि को खराब करने के लिए टूलकिट केस का यूज कर रही है. राज्य सरकार झूठे मामले बनाकर FIR कर रही है. इस मामले का संचालन सिविल लाइन थाने से नहीं हो रहा है, बल्कि कांग्रेस कार्यालय से CM के इशारे से हो रहा है. सोनिया और राहुल गांधी के इशारे पर हो रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने गांधी परिवार के खिलाफ तथ्यात्मक मुद्दे उठाए हैं. इस मुद्दे को लेकर हम सड़क से कोर्ट तक जाएंगे.

'शिकायत के एक मिनट बाद FIR दर्ज'

पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि 19 मई को FIR दर्ज कराई गई. इसमें बीजेपो को बदनाम करने की साजिश रची गई. शाम को 4 बजकर 5 मिनट पर शिकायत मिली, 4 बजकर 6 मिनट पर अपराध दर्ज कर दिया गया. 1 मिनट में संबित पात्रा और बीजेपी नेताओं के खिलाफ अपराध करा दिया गया. रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने केस डायरी को 5 मिनट के अंदर कांग्रेस ट्वीटर हैंडल में डाल देती है. यानी इसका संचालन सिविल लाइन थाने से नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यालय से हो रहा है. उन्होंने कहा कि केस डायरी का संचालन अपराध की श्रेणी में आता है बावजूद इसके इसका उल्लंघन कर कांग्रेस को केस डायरी दी गई.

टूलकिट पर रमन सिंह सहित बीजेपी नेताओं की चुनौती, गिरफ्तार करे सरकार

'कोर्ट में जाएंगे हम'

पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि देश और पीएम मोदी की छवि धूमिल करने की साजिश का हमने पर्दाफाश किया है. इस घटना से मेरा मन व्यथित हुआ इसलिए जनता को बताया. साथ ही नोटिस के जवाब में कहा कि एक्सेस की जानकारी मांगना संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन है जिसे मैंने नहीं दिया. FIR में लगाई गई धाराएं हास्यास्पद हैं. हम न्यायालय में जाएंगे और अपनी बात को मजबूती से रखेंगे.

संबित पात्रा को दूसरा नोटिस जारी

टूलकिट मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने संबित को दूसरा नोटिस जारी किया है. नोटिस में पुलिस ने पात्रा को 26 मई को पूछताछ के लिए सिविल लाइन थाना में व्यक्तिगत या ऑनलाइन हाजिर होने के लिए निर्देश दिए हैं. बता दें कि इससे पहले सिविल लाइन थाना पुलिस ने 23 मई को नोटिस जारी कर व्यक्तिगत या ऑनलाइन हाजिर होने के लिए कहा गया था. लेकिन पात्रा के वकील अपूर्व कुरूप ने रायपुर पुलिस को ई-मेल भेजकर एक हफ्ते का समय मांगा था. अब सिविल लाइन थाना पुलिस ने दूसरा नोटिस जारी कर 26 तारीख को उपस्थित होने के लिए कहा गया है.

टूलकिट केस में पूर्व सीएम रमन सिंह से पूछताछ करने पहुंची रायपुर सिविल लाइन पुलिस

नड्डा, ईरानी, संतोष पर भी है FIR दर्ज

टूलकिट मामले में NSUI प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने 19 मई को पूर्व सीएम रमन सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ सिविल लाइन थाना में अपराध दर्ज करवाया था. NSUI कार्यकर्ताओं ने, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष समेत तमाम नेताओं के खिलाफ प्रदेश के 52 अलग-अलग थानों में मामले दर्ज करवा चुके हैं.

रायपुर: टूलकिट मामले में छत्तीसगढ़ का सियासी पारा काफी गर्म रहा. एक तरफ जहां पूछताछ से पहले पूर्व सीएम रमन सिंह खुद गिरफ्तारी देने सिविल लाइन थाने पहुंचे. वहीं पुलिस पूछताछ में उन्होंने सवालों के लिखित में जवाब दिए. रमन सिंह ने पुलिस को ट्विटर एक्सेस देने से इनकार कर दिया. इसके पहले रमन सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भूपेश सरकार और सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा.

टूलकिट विवाद

टूलकिट मामले में पूछताछ करने सोमवार को सिविल लाइन थाना पुलिस पूर्व CM रमन सिंह के बंगले VIP रोड स्थित मौलश्री विहार पर पहुंची. CSP नसर सिद्दकी,TI आरके मिश्रा और SI मनीष वाजपेयी ने पूर्व सीएम से पूछताछ की. रमन सिंह ने टूलकिट मामले में अपना लिखित बयान पुलिस को दे दिया है. बंगले पर रमन सिंह समेत बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे.तेलीबांधा और मौदहापारा थाना के TI भी पूछताछ टीम में शामिल रहे. इससे पहले रमन सिंह पार्टी नेताओं के साथ गिरफ्तारी देने खुद सिविल लाइन थाना पहुंचे.

10 मिनट में लौटी पुलिस

जानकारी के मुताबिक सभी पुलिस अधिकारी 10 मिनट में ही बाहर आ गए. पुलिस ने रमन सिंह से उनके ट्विटर अकाउंट का एक्सेस पुलिस ने मांगा जिसे देने से रमन सिंह ने ये कहते हुए इनकार कर दिया कि, वो उनकी बेहद पर्सनल अकाउंट है. वे अपनी प्राइवेसी वो शेयर नहीं कर सकते. पुलिस ने पहले ही 4 सवाल डॉक्टर रमन को भेजे थे. सभी का लिखित जवाब उन्होंने पहले ही तैयार रखा था. अफसर जवाब लेकर लौट गए.

टूलकिट केस में पुलिस के सवाल और पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के जवाब

सवाल- जिस अकाउंट की शिकायत मिली है, क्या वो आपका ट्विटर अकाउंट है.

जवाब- जी हां, वह ट्विटर अकाउंट मेरा पर्सनल है.

पुलिस के सवाल
पुलिस के सवाल

सवाल- आप अपने टि्वटर अकाउंट का एक्सेस बताएं ?

जवाब-मेरा ट्विटर पेज और उसमें पोस्ट किए गए मैसेज, टिप्पणी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है. उसको आप किसी भी प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं और पढ़ सकते हैं. मेरे इस ट्विटर अकाउंट में व्यक्तिगत जानकारियां हैं, इसलिए अकाउंट के चाहे गए एक्सेस कानूनी तौर पर आपको देना सही नहीं है. उससे मेरी निजता के मौलिक अधिकारों का हनन होगा. यह नहीं दिया जा सकता है.

पुलिस के सवाल
पुलिस के सवाल

सवाल- आप को AICC रिसर्च प्रोजेक्ट और कांग्रेस का दस्तावेज कहां से प्राप्त हुआ ?

जवाब-18 मई को जो दस्तावेज मैंने पोस्ट किए हैं, वह पहले से ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध थे और प्रसारित हो रहे थे.

पुलिस के सवाल
पुलिस के सवाल

सवाल- कांग्रेस टूलकिट एक्सपोज्ड हेशटैग का प्रयोग करते हुए आपकी ओर से अन्य आरोपियों (संबित पात्रा) से किए गए संचार-संवाद के संबंध में जानकारी दें ?

जवाब- हेशटैग से जुड़े जो संचार संवाद हुए हैं, वह सभी मेरे ट्विटर पेज पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं.

पुलिस के सवाल
पुलिस के सवाल

'मैंने राष्ट्रहित को ध्यान में रखकर ट्वीट किया'

अपने लिखित जवाब में रमन सिंह ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी लोगों को दिग्भ्रमित करने के लिए षड़यंत्र कर रही है. कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को भारत सरकार की ओर से चलाए जा रहे योजनाओं और कार्यक्रमों को बाधित और बदनाम करने के लिए निर्देशित कर रही है. इस कृत्य से दुखी और व्यथित होकर मैनें जनता को सही तथ्य बताने के उद्देश्य से 18 मई को ट्वीट किया था. ट्वीट का उद्देश्य सत्य को सामने लाना और जन सामान्य में बनी भ्रांति को दूर करना था. मैंने राष्ट्रहित को ध्यान में रखकर ट्वीट किया था. जनता में जागरूकता लाने के उद्देश्य से किया गया था. जिस पर एक बार फिर से सरकार के दबाव में आधारहीन FIR की गई है.

गिरफ्तारी देने सिविल लाइन थाने पहुंचे रमन सिंह

टूलकिट मामले में प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है. सोमवार को इस मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह गिरफ्तारी देने सिविल लाइन थाना पहुंचे. उनके साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत मौजूद रहे. सभी नेता बोलने की आजादी का सम्मान करो के बोर्ड हाथों में लिए सिविल लाइन थाने के बाहर धरने पर बैठे.

'सिविल लाइन थाने से नहीं कांग्रेस भवन से हो रहा पूरा संचालन'

'प्रजातंत्र में आवाज को दबाने की कोशिश'

धरने के दौरान पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि ये एक सोची-समझी साजिश है. ये प्रजातंत्र में आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. संबित पात्रा जितना राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में आक्रमण करते हैं उतनी ही सोनिया गांधी, राहुल गांधी की बौखलाहट बढ़ रही है और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनके इशारों पर काम करते हैं. दबाव बनाकर, आतंकित कर संबित पात्रा को बोलने से रोकने की कोशिश की जा रही है. रमन सिंह ने कहा कि हमने चुनौती दी है कि कांग्रेस को जितने FIR करने हैं, करवा ले. बीजेपी का एक-एक कार्यकर्ता इस मुहिम में जुट गया है.

'थाने का संचालन कांग्रेस भवन से हो रहा'

धरने के बाद पूर्व सीएम रमन सिंह बंगले पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया से चर्चा की. पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस सुनियोजित रूप से षड़यंत्र कर भारतीय जनता पार्टी की छवि को खराब करने के लिए टूलकिट केस का यूज कर रही है. राज्य सरकार झूठे मामले बनाकर FIR कर रही है. इस मामले का संचालन सिविल लाइन थाने से नहीं हो रहा है, बल्कि कांग्रेस कार्यालय से CM के इशारे से हो रहा है. सोनिया और राहुल गांधी के इशारे पर हो रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने गांधी परिवार के खिलाफ तथ्यात्मक मुद्दे उठाए हैं. इस मुद्दे को लेकर हम सड़क से कोर्ट तक जाएंगे.

'शिकायत के एक मिनट बाद FIR दर्ज'

पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि 19 मई को FIR दर्ज कराई गई. इसमें बीजेपो को बदनाम करने की साजिश रची गई. शाम को 4 बजकर 5 मिनट पर शिकायत मिली, 4 बजकर 6 मिनट पर अपराध दर्ज कर दिया गया. 1 मिनट में संबित पात्रा और बीजेपी नेताओं के खिलाफ अपराध करा दिया गया. रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने केस डायरी को 5 मिनट के अंदर कांग्रेस ट्वीटर हैंडल में डाल देती है. यानी इसका संचालन सिविल लाइन थाने से नहीं बल्कि कांग्रेस के कार्यालय से हो रहा है. उन्होंने कहा कि केस डायरी का संचालन अपराध की श्रेणी में आता है बावजूद इसके इसका उल्लंघन कर कांग्रेस को केस डायरी दी गई.

टूलकिट पर रमन सिंह सहित बीजेपी नेताओं की चुनौती, गिरफ्तार करे सरकार

'कोर्ट में जाएंगे हम'

पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि देश और पीएम मोदी की छवि धूमिल करने की साजिश का हमने पर्दाफाश किया है. इस घटना से मेरा मन व्यथित हुआ इसलिए जनता को बताया. साथ ही नोटिस के जवाब में कहा कि एक्सेस की जानकारी मांगना संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन है जिसे मैंने नहीं दिया. FIR में लगाई गई धाराएं हास्यास्पद हैं. हम न्यायालय में जाएंगे और अपनी बात को मजबूती से रखेंगे.

संबित पात्रा को दूसरा नोटिस जारी

टूलकिट मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने संबित को दूसरा नोटिस जारी किया है. नोटिस में पुलिस ने पात्रा को 26 मई को पूछताछ के लिए सिविल लाइन थाना में व्यक्तिगत या ऑनलाइन हाजिर होने के लिए निर्देश दिए हैं. बता दें कि इससे पहले सिविल लाइन थाना पुलिस ने 23 मई को नोटिस जारी कर व्यक्तिगत या ऑनलाइन हाजिर होने के लिए कहा गया था. लेकिन पात्रा के वकील अपूर्व कुरूप ने रायपुर पुलिस को ई-मेल भेजकर एक हफ्ते का समय मांगा था. अब सिविल लाइन थाना पुलिस ने दूसरा नोटिस जारी कर 26 तारीख को उपस्थित होने के लिए कहा गया है.

टूलकिट केस में पूर्व सीएम रमन सिंह से पूछताछ करने पहुंची रायपुर सिविल लाइन पुलिस

नड्डा, ईरानी, संतोष पर भी है FIR दर्ज

टूलकिट मामले में NSUI प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने 19 मई को पूर्व सीएम रमन सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ सिविल लाइन थाना में अपराध दर्ज करवाया था. NSUI कार्यकर्ताओं ने, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष समेत तमाम नेताओं के खिलाफ प्रदेश के 52 अलग-अलग थानों में मामले दर्ज करवा चुके हैं.

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