बागपत : भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच हुए टी-20 मैच ने पूरी तरह से राजनीतिक रंग ले लिया है. भारत का हारना देश-विदेश में सुर्खियों में है. भारत में खिलाड़ियों को ट्रोल किया जा रहा है. इस हार को लेकर अजीबो-गरीब तर्क सामने आ रहे हैं. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने टीम इंडिया की हार का ठीकरा बीजेपी सरकार (BJP Government) पर फोड़ा है. टिकैत का आरोप है कि बीजेपी ने मैच फिक्सिंग (Match Fixing) कर टीम इंडिया को पाकिस्तान के हाथों हराया है.
दरअसल, बागपत के साक्रोध गांव निवासी पीएसी में तैनात मोन्टी धामा की मौत हो गई थी. जिनके परिजनों से मुकालात करने मंगलवार को भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत उनके घर पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया. मोन्टी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी. इसी दौरान पत्रकारों से वार्ता करते राकेश टिकैत ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा. बातचीत करते करते अब्बाजान और चाचाजान की एंट्री हो गई. राकेश टिकैत ने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को भारतीय जनता पार्टी का चाचाजान बताया. राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि अगर असदुद्दीन ओवैसी भाजपा को गाली देते हैं, तो उसके खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज होता है. क्योंकि ये दोनों एक ही टीम हैं.
वहीं, भारतीय टीम की हार पर राकेश टिकैत ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया. टिकैत के मुताबिक, मोदी सरकार को पता था कि वोट भारतीय टीम के हारने पर मिलेंगे. लिहाजा, पाकिस्तान से मैच फिक्सिंग कर भारतीय टीम को हरवा दिया. टीम इंडिया को मोदी सरकार ने हरवाया है. बीजेपी को पता है फिक्सिंग करके देश के खिलाड़ियों को मैच हरा सकते हो. इनको वोट कैसे चाहिए वो पूरा गणित भाग ये लोग बनाते हैं. इनको वोट चाहिए देश से कोई लगाव नहीं है.
राकेश टिकैत ने कहा मोदी सरकार ने सबके रास्ते रोके हैं. देश के विकास के रास्ते रोके हुए हैं. पिछले 11 महीने से दिल्ली के चारों तरफ पहरा बैठाए हुए हैं. हमें भी इंतजार है कब दिल्ली के रास्ते खुलें और हम भी दिल्ली में बैठी सरकार से अपनी बात कहें. उन्होंने, कहा संघर्ष से समाधान तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. अब ये धरना नहीं आंदोलन है.
उन्होंने कहा बीजेपी के बहुत से लोग पीएम मोदी और सीएम योगी से मुक्ति चाह रहे हैं. मौजूदा दौर में देश के हालात ठीक नहीं है. टिकैत ने कहा, कृषि कानून किसानों के लिए काले हैं और देश के लिए सरकार काली है. सरकार ने आधा देश बेच दिया. रेलवे से लगाकर बंदरगाह सब बेच दिया. आरोप लगाया कि अडानी के बंदरगाह पर 21 हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स आती है. अगर ये पता नहीं चल पा रहा कि कौन लेकर आया है तो फिर ऐसे में बन्दरगाहों को सील कर दो. कहा देश में दो तीन लोग ही हैं अडानी और अंबानी जो ड्रग्स के कारोबार में पैसे लगा सकते हैं. इसकी जांच होनी चाहिए.
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