मुजफ्फरनगर : भारतीय किसान यूनियन (BKU) में दो फाड़ हो गया है. राकेश टिकैत वाले गुट में BKU के कई नेता अलग हो गए हैं. उन्होंने अपना नया संगठन बना लिया है. इस मामले पर अब भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि बहुत करीबी व्यक्तियों ने उन्हें छोड़कर नया संगठन बना दिया है. अपने करीबी जब छोड़कर जाते हैं तो दुख होता है. उनको भी करीबियों के जाने का दुख है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वह आशा करते हैं कि उनका संगठन अच्छा हो. जब परिवार बड़ा हो जाता है तो सबकी विचारधारा अलग-अलग हो जाती है. इसलिए हो सकता है, इस संगठन में रहते हुए कम काम हुआ हो जो उन्होंने नया संगठन बना लिया है. शायद अब वहां काम ज्यादा करें. राकेश टिकैत ने यह भी साफ कह दिया कि अगर उस संगठन को छोड़कर कोई व्यक्ति वापस संगठन में आता है तो उसका स्वागत है.
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भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने आवास पर रविवार देर शाम प्रेस कांफ्रेंस कर संगठन को छोड़कर नया संगठन बनाने वाले दर्जनों पदाधिकारियों को संगठन से निष्कासित कर दिया. भारतीय किसान यूनियन संगठन वर्षों पुराना है. इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत है, जबकि संगठन में वर्षों से काम कर रहे लोगों ने अपना नया संगठन बना लिया है.
भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने राजेश सिंह चौहान ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि कार्यकारिणी के द्वारा निर्णय लिया गया है कि मूल किसान यूनियन थी जो हमारे परिवार के लोग थे. हमारा 33 साल संगठन का इतिहास है. 13 महीने में किसान आंदोलन के बाद जब हम लोग घर वापस आये तो हमने देखा कि नरेश टिकैत, राकेश टिकैत राजनीति से प्रेरित हो गए हैं. हमारा किसान यूनियन अराजनीतिक था और अराजनीतिक ही रहेगा.