सरगुजाः राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम (Rajya Sabha MP Ramvichar Netam) ने सरगुजा में प्रेस वार्ता की. उन्होंने बिगड़ते हालात और छत्तीसगढ़ में लॉ एन्ड आर्डर (law and order in chhattisgarh) पर चर्चा की. नेताम ने कहा कि हम लोग भी सरकार में रहे. वर्तमान समय में पुलिस महकमा पार्टी विशेष के लिये और कुछ खास लोगों के लिए काम कर रहा है. अपराधियों के हौसले बुलंद (criminals raised their spirits) हैं. अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस उसके ऊपर हाथ डालने से डरती है. उन्होंने कहा कि बलरामपुर जिले के SP नौकर बन कर रह गए हैं. यही नहीं, उन्होंने SP और DM को लेकर कई ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जो अशोभनीय था. कहा कि जरूरत पड़ी तो कलेक्टर और एसपी को जूता की माला पहनाएंगे. रेत और गिट्टी के लिए कांग्रेस के माफिया काम कर रहे हैं.
जनप्रतिनिधियों पर फर्जी एफआईआर
बलरामपुर में पार्षद (Councilor in Balrampur), नगर पंचायत अध्यक्ष पर फर्जी एफआईआर (Fake FIR on Nagar Panchayat President) दर्ज हो रहे हैं. 3 से 4 महीने में 20 लोग फरार चल रहे हैं. हमारे कई कार्यकर्ताओं पर फर्जी एफआईआर दर्ज करा रहे हैं. थाना भी ये खुद चला रहे हैं. थाना प्रभारी और एसपी की जरूरत ही नहीं है.
सब ये खुद चला रहे हैं. अपने ही वरिष्ठ मंत्री पर हत्या का आरोप (Minister accused of murder) लगा रहे हैं. बालू का अवैध खनन (illegal sand mining) और कारोबार चल रहा है रेत और गिट्टी के लिए कांग्रेस के माफिया चला रहे हैं. बाहर के गुंडे यहां आकर गांव वालों को भयभीत कर रहे हैं.
धड़ल्ले से हो रहा बालू का अवैध खनन
अवैध बालू निकाल रहे हैं. रिजर्व फारेस्ट में रोड (Road in Reserve Forest) बना दे रहे हैं. बस्तर में स्थिति यह है कि सहायक आरक्षकों की भर्ती हमारी सरकार ने की. भर्ती नियम बनाकर 6 हजार भर्ती की गई. छत्तीसगढ़ में सहायक आरक्षकों की मांग (demand for assistant constables in chhattisgarh) है, वो परिवार सहित राजधानी में मांग पत्र सौपने के लिए धरने पर बैठे. छोटे बच्चों और महिलाओं के ऊपर पुलिस ने बल का प्रयोग कर उन्हें अपमानित किया.
उनके साथ मारपीट किया गया. सरकार बनाने से पहले सरकार के मुखिया भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव ने घोषणा पत्र में कहा था कि सरकार बनने के बाद हम पुलिस महकमे की समस्या का निराकरण करेंगे. 3 साल हो गए कुछ नहीं हुआ.
अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल
प्रेस वार्ता में रामविचार नेताम ने बलरामपुर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया. जिले के एसपी और कलेक्टर को लेकर विवादित और अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया. कहा कि बलरामपुर जिले के SP नौकर बन कर रह गए हैं. यही नहीं, उन्होंने SP और DM को लेकर कई ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जो अशोभनीय था. कहा कि जरूरत पड़ी तो कलेक्टर और एसपी को जूता का माला पहनाएंगे. रेत और गिट्टी के लिए कांग्रेस के माफिया काम कर रहे हैं.