नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र के दौरान दोनों सदनों में हंगामे की स्थिति बनी हुई है. आज राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई.
राज्यसभा में आज सभापति वेंकैया नायडू कल के हंगामे का जिक्र करते हुए सदन में भावुक हो गए. नायडू ने मंगलवार को संसद में हुए हंगामे की निंदा की. उन्होंने कहा कि विपक्ष सदस्य सरकार को मजबूर नहीं कर सकता कि सरकार को क्या करना है और क्या नहीं.
सभापति नायडू ने अपना दुख जाहिर करते हुए भावुक मन से कहा कि विपक्ष सदन की मर्यादा भूल गया है, ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए.
वेंकैया नायडू ने कहा कि जब कृषि कानूनों का विरोध करते हुए कुछ विपक्षी सांसद मेज पर बैठ गए और अन्य सदस्य सदन की मेज पर चढ़ गए, तब इस राज्यसभा की सारी पवित्रता खत्म हो गई. उन्होंने कहा कि सदन में हंगामा करने वाले विपक्षी सांसदों को कार्रवाई का सामना करना होगा.
लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
वहीं, विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है. ओबीसी संशोधन विधेयक पास होने के बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो सकती है. संसद का मानसून सत्र 13 अगस्त तक चलना था. लेकिन लोकसभा की कार्यवाही दो दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.
विपक्षी सांसदों ने मंगलवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा किया था. इस दौरान कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा सदन में मेज पर चढ़ गए और सभापति के आसन की ओर फाइल फेंक दी. आप सांसद संजय सिंह भी सदन में मेज पर बैठकर नारेबाजी करते नजर आए. अन्य विपक्षी नेताओं ने भी जमकर हंगामा किया. जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई थी.
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