जयपुर : राजस्थान आकर लंबे समय से लापता चल रहे 684 विदेशी नागरिकों के मामले में गृह विभाग के अभी भी हाथ खाली हैं. प्रदेश की गहलोत सरकार से इनके तलाशने के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सूचना मांगी थी. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मांगी गई रिपोर्ट के बाद गृह विभाग एडीजी को इन्हें तलाशने की जिम्मेदारी सौंपी.
हालांकि, लगभग दो महीने होने वाले हैं. पुलिस इन्हें नहीं तलाश पाई हैं. विशेष सूत्रों की मानें, तो पुलिस अभी तक 200 के करीब ही पाक नागरिकों को तलाश पाई है. लापता विदेशी नागरिक पिछले चार से पांच सालों में धार्मिक या लॉन्ग टर्म वीजा पर राजस्थान आए और फिर वापस नहीं लौटे. इन लोगों ने सरकारी एजेंसियों से भी संपर्क नहीं किया. इनमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और म्यामांर के नागरिक शामिल हैं.
अब तक 200 नागरिक तलाशे गए
प्रदेश के जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर सहित कई जिलों में बड़ी संख्या में पाक विस्थापित रहते हैं. इन्हें तलाशने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसी साल जनवरी माह में राज्य सरकार को निर्देश दिए थे. इसके बाद प्रदेश सरकार ने गृह विभाग के सचिव एन.एल. मीणा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी. कमेटी ने इंटेलिजेंस एजेंसी के अफसरों के साथ ही जिला पुलिस अधीक्षकों को लापता विदेशी नागरिकों को खोजने का जिम्मा सौंपा था, लेकिन करीब दो महीने में 200 नागरिकों को ही तलाशा गया है.
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4 लाख 21 हजार 255 विदेशी नागरिक लापता
केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार देशभर में 4 लाख 21 हजार 255 विदेशी नागरिक लापता हैं. ये सभी नागरिक वीजा लेकर भारत आए थे और फिर ये वापस नहीं लौटे. लापता लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना जा सकता है. इसी लिहाज से इनकी तलाश तेज की गई है.