जयपुर. राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग ने प्रदेश की राजधानी जयपुर के मंदिरों में सेवा-पूजा के लिए 22 पुजारियों को नियुक्त किया है. इनमें 8 महिला पुजारी भी शामिल हैं. ये सभी पुजारी उच्च डिग्री धारी हैं. खास बात ये है कि राजधानी सहित प्रदेश भर के मंदिरों में आरक्षित वर्ग के पुजारियों को भी नियुक्त किया गया है. यानी देवस्थान विभाग के मंदिरों में न सिर्फ ब्राह्मण बल्कि एसटी, एससी और ओबीसी पुजारी भी सेवा-पूजा करेंगे.
राजधानी के प्रमुख मंदिरों में शामिल आनंद कृष्ण बिहारी मंदिर हो या फिर कल्कि मंदिर, राधावल्लभ मंदिर हो या लक्ष्मी नारायण मंदिर. ऐसे 22 मंदिरों में अब नए पुजारी सेवा और पूजा करेंगे. दरअसल, देवस्थान विभाग की ओर से साल 2014 में पुजारी भर्ती परीक्षा आयोजित की थी, जिसका परिणाम 9 साल बाद सितंबर 2022 में जारी हुआ. इसके बाद अप्रैल 2023 में पुजारियों को नियुक्ति पत्र भेजा गया. हाल ही में इन सभी पुजारियों को प्रशिक्षण दिया गया है. जिसमें इन्हें पूजा- पाठ की विधि, मंदिर के कपाट खोलने, भोग लगाने, आरती आदि का प्रशिक्षण दिया गया है.
खास बात ये है कि इनमें ब्राह्मणों के साथ ही दलित और पिछड़े वर्ग से आने वाले लोग भी शामिल हैं, जो अब इन मंदिरों में सेवा पूजा का कार्य देखेंगे. जयपुर में 22 पुजारी नियुक्त किए गए हैं. जिनमें 8 महिला पुजारी शामिल हैं. इस सूची में शामिल पुजारी 4 एसटी-एससी वर्ग से हैं, दो ओबीसी और बाकी सामान्य वर्ग के हैं. इन सभी के पास शैक्षणिक योग्यता में बीए, बीएड, एमएड, पीएचडी की डिग्री है. और इनमें से कुछ राष्ट्रीय स्तर की सेमिनार में भी भाग ले चुके हैं. नियुक्ति के साथ ही अब इन पुजारियों को करीब 13 हजार रुपए मानदेय मिलेगा.
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आपको बता दें कि 1989 के बाद फरवरी 2014 फरवरी में बीजेपी शासन में 65 पदों के लिए भर्ती परीक्षा हुई थी. जिसका परिणाम बीते साल निकाला गया. और अब संभाग मुख्यालय पर 7 मैनेजर, 47 पुजारी और 11 सेवागीर को नियुक्त किया जा रहा है.