जयपुर. उदयपुर जघन्य हत्याकांड (Udaipur Beheading Case) को लेकर अब एनआईए और राजस्थान एटीएस अपने बयान को लेकर आमने-सामने होती हुई नजर आ रही है. जहां गुरुवार को एनआईए ने यह बयान दिया था कि उदयपुर में हुए हत्याकांड के पीछे आतंकी संगठन का हाथ नहीं है. वहीं, शुक्रवार को राजस्थान एटीएस ने एनआईए के बयान का कटाक्ष करते हुए कहा है कि उक्त हत्याकांड में आतंकी संगठन का हाथ नहीं होना, अभी सिद्ध नहीं हुआ है और यह कहना अभी प्रीमेच्योर है.
एटीएस ने कहा कि चूंकि प्रकरण का अनुसंधान (Investigation in Udaipur Murder Case) अभी प्रारंभिक स्तर पर है और संपूर्ण षड्यंत्र की तह तक जाना व प्रकरण में समस्त कड़ियों को उजागर किया जाना शेष है. प्रकरण में संलिप्त तमाम आरोपियों की गिरफ्तार करने के बाद ही इसका खुलासा हो सकेगा.
अब तक के अनुसंधान के आधार पर पुलिस ने दी जानकारीः एटीएस की तरफ से जारी किए गए प्रेस नोट में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि प्रकरण में पहले दिन से ही आरोपियों से एनआईए के अतिरिक्त केंद्रीय एजेंसियां और राजस्थान पुलिस द्वारा सम्मिलित पूछताछ की जा रही है. प्रकरण को लेकर अब तक (Security Agencies Engaged in Search of Mastermind) राजस्थान पुलिस ने जो भी जानकारी दी है वह अब तक किए गए अनुसंधान के आधार पर ही दी है.
प्रकरण में गिरफ्तार किए गए रियाज मोहम्मद और गौस मोहम्मद से हुए अनुसंधान में उनके पाकिस्तान स्थित सूत्रों से संपर्क होना उजागर हुआ है. शुक्रवार को प्रकरण में दो अन्य आरोपी आसिफ हुसैन और मोहसिन खान को भी गिरफ्तार किया गया है. अब तक प्रकरण में राजस्थान पुलिस की एसआईटी की ओर से कुल 4 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. शनिवार को आरोपियों को एनआईए कोर्ट में पेश किया जाएगा, उसके बाद ही राजस्थान पुलिस की एसआईटी इस प्रकरण से संबंधित तमाम दस्तावेज एनआईए को अग्रिम अनुसंधान के लिए सुपुर्द करेगी.