नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में भारी बारिश होने के बाद दिल्लीवासियों को शुक्रवार सुबह भीषण गर्मी से राहत मिली. अधिकतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई. शहर के आधार स्टेशन सफदरजंग वेधशाला में सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच 11.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. वहीं, दिल्ली में अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री नीचे रहा. दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस था.
बिहार, मध्य प्रदेश, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, आंतरिक ओडिशा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश हुई. झारखंड, पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश, पूर्वी हरियाणा, दिल्ली, दक्षिण गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश हुई. स्काईमेट वेदर के मुताबिक, आज लगातार तीसरे दिन भी हल्की बारिश का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर के अधिकतर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में आज, 18 जून को न्यूनतम तापमान 25 डिग्री और अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. वहीं, दिल्ली में अगले तीन दिनों तक बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी.
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मौसम विभाग ने दिल्ली, बिहार, झारखंड समेत कई राज्यों में बारिश का अनुमान लगाया है. इन राज्यों में बारिश के चलते मौसम सुहाना रहेगा. बिहार के कई इलाकों में अगले पांच दिनों तक बारिश का अनुमान है. पटना में आज न्यूनतम तापमान 28 डिग्री और अधिकतम तापमान 37 डिग्री रहेगा. वहीं, पटना में 18 से 20 जून तक बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है. मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 18 से 20 जून के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश में अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश की संभावना है. वहीं, पश्चिम मध्य प्रदेश और विदर्भ में 18 और 19 जून को बारिश हो सकती है. छत्तीसगढ़ में 19 से 21 जून के दौरान बारिश की संभावना है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, पूर्वोत्तर भारत में मध्यम से भारी बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश संभव है. उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वोत्तर बिहार, केरल के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों, रायलसीमा और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है. पंजाब और लक्षद्वीप लक्ष्यदीप में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर और पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, पूर्वी गुजरात, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है.
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मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले चार दिनों में दिल्ली में छिटपुट से लेकर व्यापक स्तर पर बारिश होने की संभावना है. विभाग ने तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने या हल्की बारिश को लेकर शनिवार से चार दिन के लिए मौसम का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है. शनिवार को तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक गिरने का अनुमान है.
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, एक ट्रफ रेखा हरियाणा से उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और असम होते हुए नागालैंड तक फैली हुई है. दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. क्या ट्रफ रेखा इस चक्रवाती परिसंचरण से उत्तर पश्चिमी अरब सागर तक फैली हुई है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र हरियाणा और आसपास के इलाकों में निचले स्तरों पर बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भाग पर बना हुआ है.
एक चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी ऊपर है. रायलसीमा से कोमोरिन क्षेत्र तक निचले स्तर पर एक ट्रफ रेखा बनी हुई है. एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से लगभग 3.1 ऊपर है. पिछले 24 घंटों के दौरान, गुजरात के कुछ हिस्सों, महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों, दक्षिण मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में आगे बढ़ गया है.
मेघालय के मौसिनराम में रिकॉर्ड 1003.6 मिमी जबकि चेरापूंजी में 972 मिमी बारिश हुई : पूर्वोत्तर में लगातार बारिश जारी रहने के कारण, मेघालय के मौसिनराम में शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे बजे समाप्त हुए 24 घंटों में 1003.6 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई, जो जून में एक दिन में सबसे अधिक थी. पड़ोसी चेरापूंजी में 972 मिमी बारिश हुई. मौसम विभाग ने यह जानकारी दी. गुवाहाटी में आईएमडी के क्षेत्रीय केंद्र में वैज्ञानिक सुनीत दास ने बताया कि 16 जून, 1995 को चेरापूंजी में 1,563.3 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. उससे एक दिन पहले 15 जून, 1995 को 930 मिमी बारिश हुई थी. विभाग ने कहा कि 922 मिमी बारिश का यह रिकॉर्ड 122 वर्ष के इतिहास में तीसरे स्थान पर है.