कलिम्पोंग: सेना के जवानों ने भूस्खलन में फंसे 550 पर्यटकों को बचाया और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया (Army men rescued 550 tourists). सेना अभी भी फंसे सैकड़ों पर्यटकों के लिए बचाव अभियान चला रही है. पिछले तीन-चार दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से पश्चिम बंगाल और सिक्किम प्रभावित हुए हैं. सिक्किम में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ. सिक्किम-बंगाल जीवन रेखा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 को भी बंद कर दिया गया है.
उत्तरी सिक्किम के पर्यटन केंद्र लाचुंग में बुधवार सुबह करीब सात बजे से कई पर्यटक फंसे हुए हैं. लाचुंग से सटे चुंगथांग इलाके में भूस्खलन (landslide in Chungthang area) के कारण इलाके से संपर्क पूरी तरह से कट गया है. सेना के बेस कैंप तक सूचना पहुंचाई गई क्योंकि पर्यटकों के साथ संचार व्यवस्था ठप हो गई थी. इस बीच भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और सीमा सड़क संगठन ने सूचना मिलते ही मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया. लेकिन भारी बारिश के कारण काम में बाधा आई.
इस बीच सड़क पर फंसे पर्यटकों की समस्या को देख सेना ने खाद्य सामग्री बांटी. कड़ाके की ठंड में सिक्किम पुलिस ने सेना की मदद से पर्यटकों से लदे करीब 150 वाहनों को वैकल्पिक मार्गों पर मोड़ने में कामयाबी हासिल की.
उसके बाद पर्यटकों को पहले लाचुंग से रेस्क्यू कर बेस कैंप लाया गया और फिर उत्तरी सिक्किम के गुरुद्वारा सहित विभिन्न होटलों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. फिलहाल सिक्किम प्रशासन फंसे हुए पर्यटकों की हर तरह की मदद कर रहा है. सिक्किम पुलिस और प्रशासन ने लाचुंग सड़कों पर पर्यटकों से लदे सभी वाहनों को अस्थायी रूप से रोक दिया है.
हिमालयन हॉस्पिटैलिटी ट्रैवल डेवलपमेंट नेटवर्क के सचिव सम्राट सान्याल ने कहा, 'सेना और सिक्किम पुलिस को धन्यवाद कि पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सका. अन्यथा, हमें पर्यटकों के साथ परेशानी होती.'