नई दिल्ली : देश के 200 रेलवे स्टेशनों पर यात्री जल्द ही अपने मोबाइल रिचार्ज कर सकेंगे. साथ ही बिजली बिल का भुगतान कर सकेंगे, आधार और पैन कार्ड फॉर्म भर सकेंगे. यहां तक कि रेलटेल (RailTel) द्वारा स्थापित कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) कियोस्क (Common Service Center Kiosk) की मदद से टैक्स भी भर सकेंगे.
रेलटेल ने एक बयान में कहा कि इस योजना को सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया लिमिटेड (सीएससी-एसपीवी) (CSC e-Governance Services India Limited (CSC-SPV)) और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics & Information Technology) के साथ साझेदारी में शुरू किया गया है. कियोस्क ग्रामीण स्तर के उद्यमियों (वीएलई) द्वारा चलाए जाएंगे.
सीएससी द्वारा दी जाने वाली सेवाओं में यात्रा टिकट (ट्रेन, हवाई, बस आदि) की बुकिंग, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल भुगतान, पैन कार्ड, आयकर, बैंकिंग, बीमा की सुविधाएं शामिल है.
कियोस्क का नाम रेलवायर साथी कियोस्क (RailWire sathi kiosk) रखा गया है - रेलवायर रेलटेल की खुदरा ब्रॉडबैंड सेवा का ब्रांड नाम है.
सबसे पहले, वाराणसी और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्टेशनों पर रेलवायर साथी सीएससी कियोस्क (RailWire Saathi CSC kiosks) को पायलट आधार पर चालू किया गया है. बयान में कहा गया है कि इसी तरह के कियोस्क लगभग 200 रेलवे स्टेशनों पर, ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों में, चरणबद्ध तरीके से संचालित किए जाएंगे. इनमें से 44 दक्षिण मध्य रेलवे क्षेत्र में, 20 उत्तर सीमांत रेलवे में, 13 पूर्व मध्य रेलवे में, 15 पश्चिम रेलवे में, 25 उत्तर रेलवे में, 12 पश्चिम मध्य रेलवे में, 13 पूर्वी तट रेलवे में और 56 पूर्वोत्तर रेलवे में संतालित होंगे.
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ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अक्सर विभिन्न ई-गवर्नेंस सेवाओं का लाभ उठाने या बुनियादी ढांचे/संसाधनों की कमी के साथ-साथ इंटरनेट का उपयोग करने की जानकारी की कमी के कारण डिजिटलीकरण का लाभ उठाने में मुश्किल होती है.
रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला ने कहा, ये रेलवायर साथी कियोस्क ग्रामीण रेलवे स्टेशनों पर इन आवश्यक डिजिटल सेवाओं को ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए लगाए जा रहे हैं.
रेलटेल ने 6,090 स्टेशनों पर सार्वजनिक वाई-फाई (ब्रांड नाम 'रेलवायर' के तहत) प्रदान करके दुनिया के सबसे बड़े एकीकृत वाई-फाई नेटवर्क में से एक बनाया है. इनमें से 5,000 ग्रामीण इलाकों में हैं. स्टेशनों पर इस मौजूदा बुनियादी ढांचे का उपयोग करते हुए, रेलटेल, सीएससी के साथ साझेदारी में, ग्रामीण क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड सेवाएं देने की योजना बना रहा है.
(पीटीआई)