चेन्नई : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने चीनी वीजा मामले में शनिवार को कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम के चेन्नई स्थित आवास की तलाशी ली. अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद 17 मई को तलाशी के दौरान कार्ति चिदंबरम के घर के एक हिस्से को सील कर दिया गया था, क्योंकि उस हिस्से की चाबियां उपलब्ध नहीं थीं. उन्होंने बताया कि यह बताया गया था कि चाबियां उनकी पत्नी के पास है, जो तलाशी के समय विदेश में थीं. उन्होंने बताया कि एजेंसी को चाबियां मिलने के बाद शनिवार को उस हिस्से में तलाशी फिर से शुरू की गई.
एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को की गई तलाशी को 17 मई को हुई तलाशी अभियान का हिस्सा माना जाएगा. कार्ति ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है. सीबीआई ने उनके और अन्य के खिलाफ वेदांता समूह की कंपनी 'तलवंडी साबो पावर लिमिटेड' (टीएसपीएल) के एक शीर्ष अधिकारी द्वारा उन्हें और उनके करीबी सहयोगी एस भास्कर रमन को 50 लाख रुपये की रिश्वत देने के आरोप में 14 मई को प्राथमिकी दर्ज की थी.
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कार्ति चिदंबरम पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल के दौरान 'तलवंडी साबो पावर लिमिटेड' के लिए काम कर रहे चीन के 263 नागरिकों को वीजा दिलवाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है. टीएसपीएल पंजाब में एक बिजली संयंत्र स्थापित कर रही थी. उस समय पी. चिदंबरम गृह मंत्री थे.