वायनाड (केरल): कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के निजी सहायक सहित चार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को महात्मा गांधी की तस्वीर को कथित रूप से नुकसान पहुंचने के आरोप में कलपट्टा पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक महात्मा गांधी की तस्वीर को राहुल गांधी के कार्यालय में रखा गया था.
मामले में राहुल गांधी के पीए रतीश कुमार के अलावा सांसद कार्यालय के कर्मचारी राहुल एस रवि और कांग्रेस कार्यकर्ता नौशाद और मुजीब को गिरफ्तार किया गया है. इन सभी से कई घंटे पूछताछ करने के बाद इन्हें गिरफ्तार किया. इस मामले में एक कांग्रेस कार्यकर्ता रतीश गवाह है. हालांकि एसएफआई कार्यकर्ताओं द्वारा राहुल गांधी के कार्यालय पर हमले के तुरंत बाद लिए गए वीडियो फुटेज में कार्यालय में रखे महात्मा गांधी के चित्र को दिखाया गया है. लेकिन बाद में कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल ने एक तस्वीर को व्यापक रूप से प्रचारित किया, जिसमें महात्मा गांधी के चित्र को क्षतिग्रस्त होने के साथ ही जमीन पर फेंका हुआ दिखाया गया था.
वहीं घटना के संबंध में सीपीएम ने अपने छात्र विंग के विरोध स्टैंड लिया था और पार्टी की अनुमति के बिना एमपी कार्यालय मार्च निकालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की थी. पार्टी ने कहा था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वयं एसएफआई को दोषी ठहराने के लिए राष्ट्रपिता के चित्र को क्षतिग्रस्त कर दिया था.
बता दें कि एसएफआई कार्यकर्ताओं ने 24 जून को बफर जोन के मुद्दे में निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी के कार्यालय तक मार्च निकाला था. इसी दौरान मार्च के हिंसक हो जाने पर एसएफआई कार्यकर्ता सांसद के कार्यालय में घुस गए थे और आफिस की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया था. पुलिस ने इस मामले में 29 एसएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था. वहीं केरल के मुख्यमंत्री ने खुद स्पष्ट किया था कि सांसद के कार्यालय के खिलाफ हिंसा अनावश्यक थी और कहा था कि एसएफआई कार्यकर्ताओं ने जिला समिति की अनुमति के बिना मार्च निकाला था.
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