नई दिल्ली : कर्नाटक में एक डॉक्टर की भीड़ द्वारा बेरहमी से पिटाई किए जाने के कुछ दिनों बाद, कांग्रेस नेता राहुल गांधी (rahul gandhi) ने शुक्रवार को कहा कि डॉक्टरों को न केवल कोविड -19 से सुरक्षा की जरूरत है, बल्कि भाजपा सरकार की बेरुखी से भी सुरक्षा की जरूरत है।
उन्होंने ट्वीट किया, डॉक्टरों को कोरोना वायरस से सुरक्षा की जरूरत है और साथ ही भाजपा सरकारों की बेरुखी से भी.
बता दें कि कुछ दिनों पहले कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में बीते 31 मई को एक डॉक्टर पर जानलेवा हमले के आरोप में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. डॉक्टर पर तारिकेरे इलाके में उस समय हमला हुआ था, जब वह ड्यूटी से घर लौट रहे थे. उन पर हथियारों से हमला किया गया था. इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों - वेणु, नितिन, वेंकटेश और चंद्रशेखर को कथित तौर पर इस कृत्य को करने और बच्चे की मौत के विरोध में डॉक्टर की हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
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दरअसल, अज्जमपुरा के थडगा गांव का एक लड़का भुवन (09) बुखार से पीड़ित था. माता-पिता ने डॉ. दीपक से सलाह ली. इसके बाद उसे आगे के इलाज के लिए शिवमोग्गा भेज दिया गया.शिवमोग्गा अस्पताल में लड़के की मौत हो गई. इसी पृष्ठभूमि में लड़के के परिजनों ने डॉ. दीपक के खिलाफ नाराजगी जताई और उन पर हमला किया.उन्होंने आरोप लगाया कि लड़के की मौत इसलिए हुई क्योंकि डॉक्टर ने उसे ओवरडोज का इंजेक्शन दिया था.
वहीं डॉक्टरों के साथ मारपीट की एक अन्य घटना असम के होजई जिले में हुई थी. इसमें एक मरीज के परिजनों ने डॉक्टर को बेरहमी से पीट डाला. जिस मामले में बुधवार को 24 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. घटना को लेकर गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जीएमसीएच) के डॉक्टरों ने भी घटना की जांच की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था.
डॉक्टराें के साथ मारपीट की घटना पर आईएमए अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा था कि भारत को स्वास्थ्य देखभाल हिंसा के खिलाफ एक व्यापक, समान और प्रभावी कानून की आवश्यकता है. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया स्वास्थ्य देखभाल हिंसा के खिलाफ एक प्रभावी और कार्रवाई करें.