नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और उनके चचेरे भाई भाजपा सांसद वरुण गांधी ने जीएसटी को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है (Rahul Gandhi and Varun Gandhi hit Centre over gst). राहुल ने ट्विटर पर एक ग्राफ साझा करते हुए दिखाया कि कैसे दही, पनीर, चावल, गेहूं, जौ, गुड़ और शहद जैसी वस्तुओं पर अब कर लगाया जा रहा है, उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का आरोप लगाया. बड़े पैमाने पर उपभोग की इन वस्तुओं पर पहले कोई कर नहीं लगता था.
'टैक्स ज्यादा, नौकरी नहीं' : राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'उच्च कर, कोई नौकरी नहीं. दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक को कैसे नष्ट किया जाए, इस पर भाजपा का मास्टरक्लास.' उन्होंने यह भी साझा किया कि कैसे अस्पताल के कमरे, जिनके लिए 5,000 रुपये का शुल्क लिया जाता है पर भी 5 प्रतिशत कर लगाया जाएगा. 1,000 रुपये से कम के होटल के कमरों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाएगा. राहुल ने यह भी कहा कि सोलर वॉटर हीटर पर जीएसटी 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत और एलईडी लैंप और लाइट पर 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है.
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HIGH taxes, NO jobs
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
BJP’s masterclass on how to destroy what was once one of the world’s fastest growing economies. pic.twitter.com/cinP1o65lB
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वरुण का ट्वीट-जनता को किया जा रहा है 'आहत': वहीं, राहुल गांधी के चचेरे भाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने भी जीएसटी को लेकर आलोचना की है. उन्होंने दूध और दही सहित कई खाद्य वस्तुओं को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाए जाने को लेकर सोमवार पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की. वरुण ने कहा कि जनता को जब 'राहत' देने का समय है तब उन्हें 'आहत' किया जा रहा है.
वरुण ने एक ट्वीट में कहा, 'आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर जीएसटी लागू है. रिकार्ड तोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यम वर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा.' उन्होंने कहा, 'जब राहत देने का वक्त था, तब हम आहत कर रहे हैं.' ज्ञात हो कि वरुण गांधी बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था और किसानों के मुद्दे पर पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार के खिलाफ विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर मुखरता से आवाज उठा रहे हैं.
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आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर GST लागू है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) July 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
रिकार्डतोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यमवर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा।
जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं।
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जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं।आज से दूध, दही, मक्खन, चावल, दाल, ब्रेड जैसे पैक्ड उत्पादों पर GST लागू है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) July 18, 2022
रिकार्डतोड़ बेरोजगारी के बीच लिया गया यह फैसला मध्यमवर्गीय परिवारों और विशेषकर किराए के मकानों में रहने वाले संघर्षरत युवाओं की जेबें और हल्की कर देगा।
जब ‘राहत’ देने का वक्त था, तब हम ‘आहत’ कर रहे हैं।
आज से ये महंगा : गौरतलब है कि जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गई हैं. इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं. इन पर पांच प्रतिशत जीएसटी देना होगा. इसी तरह 5,000 रुपये से अधिक किराये वाले अस्पताल के कमरों पर भी जीएसटी देना होगा. इसके अलावा 1,000 रुपये प्रतिदिन से कम किराये वाले होटल के कमरों पर 12 प्रतिशत की दर से कर लगाने की बात कही गई है.
पढ़ें- GST IMPACT : पैकटबंद और लेबल वाली खाद्य वस्तुएं महंगी, बैंक चेक और अस्पताल के कमरे भी महंगे