चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक कट्टर उपदेशक अमृतपाल सिंह के चाचा और चालक ने जालंधर में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि सिंह की तलाश अब भी जारी है. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. जालंधर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और चालक हरप्रीत सिंह ने रविवार देर रात जालंधर के मेहतपुर इलाके में एक गुरुद्वारे के पास आत्मसमर्पण कर दिया. पंजाब पुलिस ने मंगलवार तक इंटरनेट और एसएमएस पर बैन लगा दिया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने बताया कि सिंह की तलाश अब भी जारी है. राज्य पुलिस अब तक अमृतपाल के 112 समर्थकों को गिरफ्तार कर चुकी है. अमृतपाल की तलाश में रविवार को पुलिस ने 'फ्लैग मार्च' किया और पूरे राज्य में तलाशी अभियान चलाया. पंजाब सरकार ने अमृतपाल और उसके संगठन 'वारिस पंजाब दे' के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की है. पुलिस संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजाब पुलिस की कार्रवाई 19 मार्च को भी जारी रही. अभी तक पुलिस ने 7 अवैध हथियार, 300 से ज्यादा बुलेट और 3 गाड़ियां बरामद की हैं. पुलिस ने कुछ फोन भी बरामद किए हैं, जिनको जांच के लिए लेब भेजा गया है. अमृपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब में हाई अलर्ट जारी है. अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि कलसी के फोन में पाकिस्तान के कुछ नंबर मिले हैं.
हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका: 'वारिस पंजाब दे' का मुखिया अमृतपाल सिंह देश में है या देश से फरार हो गया है, इसके बारे में पुलिस को अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. अमृतपाल के पिता ने अनहोनी की आशंका जताई है. वहीं, अमृतपाल को लेकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की गई है.
(पीटीआई-भाषा)