नई दिल्ली : संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया (क्वाड) के नेताओं की पहली बातचीत इसी महीने होगी. चार देशों के प्रमुखों के बीच यह पहली बैठक होगी.
किंग्स कॉलेज लंदन में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के निदेशक प्रो हर्ष वी पंत ने कहा कि मुझे लगता है कि आज हम जो देख रहे हैं कि क्वाड देशों के नेताओं का पहला शिखर सम्मेलन होने जा रहा है, जो यह दर्शाता है कि चार देश इस क्षेत्र में शक्ति के बदलते संतुलन और चीन को देख रहे हैं. चार देशों के बीच अपने अधिनियम को एक साथ लाने का संकल्प है. साथ ही इस मंच को व्यापक क्षेत्रीय जुड़ाव का केंद्र बिंदु बनाना है.
पंत का कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच का संबंध आज सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक संबंध है. बेशक यह आकलन था कि शायद बाइडेन प्रशासन एक अलग ट्रैक लेगा, लेकिन प्रशासन क्या संकेत दे रहा है कि वे ट्रंप प्रशासन के रास्ते पर ही चल रहे हैं. वे बताते हैं कि संयुक्त राज्य के लिए क्वाड का विचार महत्वपूर्ण है. इस वास्तविकता का संकेत है कि बाइडेन प्रशासन के लिए चीन सबसे महत्वपूर्ण चुनौती बना हुआ है जैसा कि हाल ही में अंतरिम राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में व्यक्त किया गया था.
पीएम मोदी ने की जापान के पीएम से बात
इसी बीच जापान के पीएम सुगा और भारत के पीएम मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत की है. भारत में जापान के राजदूत ने कहा कि बातचीत के दौरान मुक्त, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक के लिए छोटी भूमिकाओं पर चर्चा की गई. जापान-भारत रणनीतिक साझेदारी के साथ-साथ क्वाड सहयोग को और बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की गई. सााथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया गया है.
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इसलिए अमेरिका के लिए जैसा कि वे अपनी चीन नीति को आकार देने जा रहे हैं और इंडो-पैसिफिक के लिए उनके दृष्टिकोण के रूप में प्लेटफार्म जैसा होगा. क्वाड या चतुर्भुज सुरक्षा डायलॉग चार देशों के बीच होने वाले अनौपचारिक डायलॉग स्टार्टअप फोरम है. इसमें अर्ध-नियमित समिट और सूचना का आदान-प्रदान होता है.