गढ़चिरौली : महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में इस साल का पुष्कर कुंभ मेला (pushkar kumbh mela) आज (बुधवार) से शुरू हो गया है. सिरोंचा में प्राणहिता नदी (pranhita river kumbh fair) किनारे आयोजित मेला इस साल 24 अप्रैल तक चलेगा. तेलंगाना और छत्तीसगढ़ सहित पूरे महाराष्ट्र के लाखों भक्त प्राणहिता नदी पर इस दौरान स्नान करने और कालेश्वरम मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं. हर 12 साल में एक बार होने वाले पुष्कर मेले (pushkar fair after 12 yrs) के लिए जिला प्रशासन ने बखूबी तैयारी कर रखी है. तीन माह पहले ही जिलाधिकारी संजय मीणा ने यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए नदी तट पर मेले के लिए जगह सुनिश्चित करने के बाद यहां शौचालय, जलापूर्ति, प्रकाश व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी है.
साथ ही तेलंगाना प्रशासन के साथ तालमेल और मंदिर प्रबंधक के सहयोग से श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए यातायात की व्यवस्था भी करायी गई है. इससे पहले, 2010 में आयोजित पुष्कर मेले के दौरान तेलंगाना से महाराष्ट्र आने वालों के लिए सिरोंचा में कोई पुल नहीं था. लेकिन अब यहां पुल निर्मित है, जिसकी वजह से मेले में आने वाले दिनों में करीब पांच लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है. वहीं, गढ़चिरौली जिले के प्रभारी मंत्री एकनाथ शिंदे ने इस मेले के लिए जिला योजना कोष से 10 करोड़ रुपये की फंडिंग का ऐलान किया है. ताकि उस फंड से आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सके.
बता दें कि 18 जनवरी 2022 को जिले में छह स्थानों को 'सी' श्रेणी की पर्यटन सूची में शामिल करने का प्रस्ताव पारित किया गया था. इनमें प्राणहिता नदी पर सिरोंचा घाट, नगरम घाट और तेकड़ा घाट शामिल हैं, जहां पुष्कर मेला का आयोजन होता है. इससे भविष्य में संबंधित स्थानों पर पर्यटन संबंधी कार्य किए जाएंगे. जिले के बाहर के लोगों के लिए गढ़चिरौली जिला पर्यटन स्थल के रूप में भी अच्छा है. इसलिए इसका सीधा फायदा पर्यटन क्षेत्र में स्थानीय लोगों को होगा.