चंडीगढ़: भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत से 1.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले फर्जी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा ने जालंधर के एक ट्रैवल एजेंट से भी 5.76 लाख रुपये की ठगी की. पुलिस ने बताया कि आरोपी को उसके सहयोगी के साथ पंचकुला से गिरफ्तार किया गया. आरोपी की पहचान मृअंक सिंह बताई जा रही है, जिसने चंडीगढ़ के आलोक कुमार के नाम का इस्तेमाल किया.
इस प्रकार अलग-अलग स्थानों पर उसने एडीजीपी के नाम का इस्तेमाल कर अलग-अलग लोगों को ठगा है. मृअंक का साथी राघव गोयल, जो फरीदाबाद के सेक्टर-17 का रहने वाला है, वह भी घोटाले में शामिल है. दोनों फिलहाल मोहाली के फेज-8 थाने में दो दिन की पुलिस रिमांड पर हैं. पुलिस ने बताया कि जनवरी 2021 में, मियांक ने जोनल क्रिकेट अकादमी कैंप में पंत से मुलाकात की थी और दावा किया कि वह लक्जरी घड़ियों और अन्य वस्तुओं का व्यवसाय करता है.
उसने कथित तौर पर पंत को अपने साथ बिजनेस में शामिल होने के लिए कहा. जानकारी के अनुसार, पंत ने मृअंक को कुछ लग्जरी घड़ियां और बैग दोबारा बेचने के लिए दिए थे. इसके बदले में आरोपी ने उन्हें 1.5 करोड़ रुपये का चेक दिया, लेकिन बाद में वह चेक बाउंस हो गया. ताजा मामले में जालंधर के एक ट्रैवल एजेंट ने आरोप लगाया कि उसने मृअंक के लिए घरेलू हवाई टिकट और होटल के कमरे बुक किए.
बाद में जब वह आरोपी से मोहाली में मिला तो उसने उससे 50,000 रुपये नकद और उधार ले लिए. मृअंक ने 15 दिन के अंदर पूरा पैसा लौटाने का वादा किया था, लेकिन उसके बाद वह फरार हो गया. ट्रैवल एजेंट ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद मामला सामने आया. जांच में पता चला कि आरोपी ने पहले भी पंत और मुंबई के एक अन्य कारोबारी से इसी तरह ठगी की थी.