चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उद्योगों में निवेश करने वालों के लिए बड़ा ऐलान किया है और दावा यह भी किया जा रहा है कि पंजाब देश का पहला राज्य है, जिसने उद्योगों के लिए यह ऐलान किया है. ऐलान यह है कि अब पंजाब में उद्योगों के लिए हरे रंग के स्टांप पेपर मुहैया कराए जाएंगे. जिससे पंजाब में उद्योग को और प्रोत्साहन मिलेगा और अधिक से अधिक निवेश होगा. अभी तक यह फैसला सिर्फ उद्योगों के लिए लिया गया है, जबकि आने वाले दिनों में आवास व अन्य स्टांप पेपर भी अलग-अलग रंगों में मुहैया कराए जाएंगे.
हरे रंग का होगा स्टांप पेपर: मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि अगर किसी को पंजाब में कोई जमीन पसंद है और वह कोई उद्योग लगाना चाहता है तो वह इन्वेस्ट पंजाब के कार्यालय में जाए या इन्वेस्ट पंजाब की वेबसाइट पर जाए और सरकार से संपर्क करे. जिसमें सीएलयू की टीम 10 दिन में जमीन का निरीक्षण कर सहमति देगी.
जिसके बाद ग्रीन स्टांप पेपर अपना काम करेगा. जो भी कारखाना लगाना चाहेगा वह हरे रंग का अष्टम कागज खरीदेगा. यह स्टाम्प पेपर अन्य अष्टम पत्रों की तुलना में अधिक महंगा होगा, क्योंकि इसमें सीएलयू, वन, प्रदूषण एवं अग्निशमन विभाग की एनओसी जोड़ी जाएगी. रजिस्ट्रेशन के बाद फैक्ट्री का निर्माण शुरू हो जाएगा.
परेशानी से बचेंगे व्यापारी: सीएम का दावा है कि इससे व्यापारियों को परेशानी से निजात मिलेगी और संबंधित कार्यालयों के चक्कर भी बंद हो जाएंगे. इस पूरी प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा 11 या 12 दिन लगेंगे. पहले 6 महीने तक सिर्फ सीएलयू लेने के लिए कई-कई महीने चक्कर काटने पड़ते थे.
जब कारखाना बनकर तैयार हो जाएगा, तब वानिकी, आग और प्रदूषण के सभी बकाया पर मुहर लग जाएगी. हरे रंग के अष्टम पेपर का मतलब है कि फैक्ट्री बिल्डर ने सभी एनओसी ले ली है और सभी बकाया राशि चुका दी है. ताकि जब भी कोई फैक्ट्री का निरीक्षण करने आए तो हरे अष्टम पेपर से पता चल जाए कि सभी एनओसी मिल गई हैं.
ऐसा करने वाला पंजाब पहला राज्य बना: सीएम का दावा है कि हरे रंग का स्टांप पेपर जारी करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य है. उन्हें उम्मीद है कि सरकार की शुरूआत पूरी तरह सफल होगी. आने वाले दिनों में आवास और अन्य क्षेत्रों में कलर कोडिंग अष्टम पेपर उपलब्ध कराए जाएंगे.