नई दिल्ली : पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ नाराजगी की खबरों के बीच प्रदेश के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा समेत कई नेताओं को दिल्ली बुलाया गया. पंजाब में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी आंतरिक तकरार को लेकर भी कांग्रेस की किरकिरी हो रही है. मंगलवार को ही पंजाब कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक भी हुई. बैठक के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि पंजाब की सीटों पर चर्चा की गई.
कांग्रेस नेता अजय माकन ने बताया कि हमने सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लिए फीडबैक लिया. इस चर्चा को जारी रखने के लिए बुधवार सुबह 10:30 बजे फिर बैठक होगी. उन्होंने कहा कि हम वर्चुअल मोड के माध्यम से लगातार पंजाब के मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं. इसी बीच यह भी बताया जा रहा है कि सिद्धू अपने करीबी सहयोगियों के लिए टिकट मांग रहे हैं, जिससे पंजाब कांग्रेस के कई नेता उनसे नाराज हैं.
पंजाब कांग्रेस में रार (punjab congress rift) के बीच कांग्रेस आलाकमान को हस्तक्षेप करना पड़ा. मंगलवार को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने रंधावा के अलावा परगट सिंह, भारत भूषण आशु और राजा वारिंग सहित पंजाब के अन्य कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक की.
डिप्टी सीएम रंधावा के अलावा कांग्रेस सांसद डॉ अमर सिंह भी मंगलवार की बैठक में मौजूद रहे. अमर सिद्धू के सलाहकार भी हैं.
बैठक के अधिकांश नेताओं ने पंजाब कांग्रेस की आंतरिक कलह संबंधी खबरों के लिए मीडिया को आड़े हाथों लिया. वहीं रंधावा ने पत्रकारों से शिरोमणी अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के बारे में बात की.
पंजाब विधानसभा चुनाव के बारे में बोलते हुए, रंधावा ने कहा कि आगामी चुनावों में कांग्रेस खुद ही चेहरा होगी.
बता दें कि सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सोमवार को कहा था कि अगर सिद्धू चाहें तो वह गृह विभाग छोड़ने को तैयार हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू उनके गृह मंत्री बनने के बाद से नाराज (randhawa sidhu conflict) हैं.
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गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से पंजाब कांग्रेस के नेताओं के बीच अंदरूनी कलह जारी है. सिद्धू की नाराजगी अक्सर सुर्खियां बटोरती है. खुद सिद्धू सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं कि सरकार ने उनके भेजे कई सुझावों पर ध्यान नहीं दिया है.