चंडीगढ़ : पंजाब के महाधिवक्ता (एडवोकेट जनरल) एपीएस देओल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटने के तुरंत बाद अतुल नंदा के इस्तीफे के बाद देओल को नियुक्त किया गया था.
उनकी नियुक्ति पर शुरू से ही बहस छिड़ गई थी, क्योंकि वह एक समय पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी सुमेध सिंह सैनी और आईजी परमराज सिंह उमरानंगल के वकील थे, जो बहिबल कलां पुलिस फायरिंग मामले में आरोपी थे.
दरअसल 27 सितंबर को चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने उन्हें नियुक्त किया था. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू उन्हें बदले जाने की मांग कर रहे थे.
वहीं, इस मामले पर सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कहा कि 'अटॉर्नी जनरल एपीएस देओल 2015 की बेअदबी मामले में आरोपी पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी की ओर से पेश हुए थे, ऐसे में वह हमारा प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते... आखिर अटॉर्नी जनरल को बदलना पड़ा...'
पढ़ें- हाईकमान को नजरअंदाज कर क्या संदेश दे रहे सिद्धू, कैसी है उनकी मौजूदा राजनीति
पढ़ें- सोनिया को चिट्ठी लिख सिद्धू के मुद्दे उठाने के बाद चन्नी ने कहा, सभी मामले सुलझ जाएंगे