बेलगावी (कर्नाटक): कर्नाटक में शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से बेलगावी के सुवर्णा सौधा में आयोजित किया जा रहा है. विभिन्न संगठन अपनी मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए सुवर्णा गार्डन के पास एक तंबू में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. गुरुवार को कर्नाटक शराब प्रेमी संघर्ष संघ ने विरोध प्रदर्शन कर विभिन्न मांगों को पूरा करने की मांग की.
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि 'श्रम बोर्ड के अंतर्गत शराब प्रेमियों के लिए एक कल्याण कोष की स्थापना की जानी चाहिए. वार्षिक आय का 10 प्रतिशत कल्याण कोष में स्थानांतरित किया जाना चाहिए. शराब प्रेमियों के बच्चों को पेंशन दी जाए. वहीं बीमारी की स्थिति में शराब प्रेमियों के इलाज का खर्च भी सरकार को उठाना चाहिए.'
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष वेंकटेश गौड़ा बोरहल्ली ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'हमने एक साल पहले एसोसिएशन की स्थापना की थी. एसोसिएशन में कुल 3 से 4 हजार सदस्य हैं. हमें शराबी कहकर अपमानित करने के बजाय शराब प्रेमी कहा जाना चाहिए.'
कर्नाटक के श्रम मंत्री संतोष लाड धरनास्थल पर पहुंचे और शराब प्रेमियों की समस्याएं सुनीं. तब प्रदर्शनकारियों ने मंत्री से उनके लिए अलग निगम बोर्ड गठित करने का अनुरोध किया. अन्य ऋण सुविधाएं एवं आवास सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की.
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि 'शराब पीने से मौत होने पर 10 लाख रुपये की बीमा सुविधा दी जाए. विवाह के लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में 2 लाख रुपये वितरित किए जाएं. शराब की कीमत बढ़ाते समय हमारी एसोसिएशन को विश्वास में लिया जाना चाहिए.' शराब प्रेमियों ने उत्पाद अधिकारियों को एमआरपी मूल्य के अनुसार शराब बेचने का निर्देश देने की भी मांग की है.
बाद में संतोष लाड ने मीडिया को जवाब देते हुए कहा, 'हम अपने विभाग से जो भी हो सकेगा, करेंगे. मैं उनकी मांगों को संबंधित मंत्री के ध्यान में लाऊंगा. एमआरपी से अधिक कीमत पर बेचने वालों पर सरकार कार्रवाई करेगी. अगर कोई अधिक कीमत पर बेचेगा तो हम उसका बार लाइसेंस रद्द कर देंगे.' इसी बीच मीडिया ने मंत्री से पूछा कि शराब प्रेमियों के विरोध पर उनकी क्या राय है. तब संतोष लाड मुस्कुराते हुए यह कहते हुए चले गए कि 'पहले मुझे अपनी राय बताओ.'