गुवाहाटी : असम राज्य चिड़ियाघर (Assam state Zoo) से बाघ, बंदरों की विभिन्न प्रजातियों, कछुए, आठ सींग वाले हिरणों और गैंडों सहित कई जानवरों को जामनगर, गुजरात में अंबानी के स्वामित्व वाले निजी चिड़ियाघर में स्थानांतरित कर दिया है (Protest against transfer of animal from Assam State Zoo).
असम राज्य चिड़ियाघर की इस कार्रवाई के कारण विभिन्न कार्यकर्ता समूहों, संगठनों और राजनीतिक दलों ने विरोध प्रदर्शन किया. गुरुवार को एक बार फिर 'चिराखाना सुरक्षा मंच' ने जंगली प्रजातियों को अंबानी के चिड़ियाघर में स्थानांतरित करने के खिलाफ असम राज्य चिड़ियाघर के सामने विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध में APWC की अध्यक्ष मीरा बोरठाकुर और कुछ अन्य लोगों के साथ प्रख्यात विचारक डॉ. हिरेन गोहेन शामिल हुए.
जंगली जानवरों की आखिरी शिफ्टिंग 7 दिसंबर की रात को हुई थी. 'चिराखाना सुरक्षा मंच' का दावा है कि यह प्रक्रिया 2018 से चल रही है और अब तक 1100 जानवरों को असम राज्य के चिड़ियाघर से देश के विभिन्न चिड़ियाघरों में स्थानांतरित किया जा चुका है.
प्रख्यात चिंतक डॉ. हिरेन गोहेन इस व्यवहार के पूरी तरह खिलाफ थे और उन्होंने इस कार्रवाई के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की. APWC अध्यक्ष मीरा बोरठाकुर ने भी कार्रवाई की कड़ी निंदा की और कहा कि 'भाजपा सरकार असम राज्य चिड़ियाघर का निजीकरण करने की कोशिश कर रही है.' प्रदर्शनकारियों ने सरकार से प्रजातियों को वापस लाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का भी आग्रह किया.
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