ग्वालियर। केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम का देशभर में विरोध तेज हो गया है. कई राज्यों सहित मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ही यह विरोध हिंसक हो उठा है. ग्वालियर में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे छात्रों ने रेलवे ट्रैक और स्टेशन को अपना निशाना बनाया और जमकर तोड़फोड़ की. इसके अलावा सड़कों पर भी टायरों में आग लगाकर चक्काजाम किया गया. सड़क पर छात्रों का प्रदर्शन अभी भी जारी है, हालांकि रेलवे ट्रैक को खाली करा लिया गया है. कुछ देर तक यहां ट्रेनों की आवाजाही भी बाधित रही.
रेलवे ट्रैक पर मचाया जमकर उत्पात: हजारों युवाओं की बेशुमार भीड़ ने रेलवे की प्रॉपर्टी को भी क्षतिग्रस्त किया. सबसे पहले युवाओं की टोली ने बिरला नगर रेलवे स्टेशन में तोड़फोड़ की उसके बाद ग्वालियर बड़ी संख्या में युवा गवालियर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे.यहां भिंड इंदौर रतलाम इंटरसिटी और बुंदेलखंड एक्सप्रेस में भी जमकर तोड़फोड़ की. युवाओं ने रेल पटरियों को भी उखाड़ने की कोशिश की. यार्ड में रखी ट्रेनों पर भी जमकर पत्थर बरसाए. कई ट्रेनों के शीशे पूरी तरह टूट चुके हैं. मौजूदा हालात को देखते हुए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है तो वहीं अप और डाउन ट्रैक को बंद कर दिया है. युवाओं के इस उत्पात में रेलवे की करोड़ों की प्रापर्टी की नुकसान कर दिया गया है. ट्रैक बाधित होने और ट्रेनों में तोड़फोड़ की जानकारी मिलने के बाद रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी झांसी रेलवे मंडल से ग्वालियर के लिए रवाना हो चुके हैं.
मौके पर पहुंचे आला अधिकारी: सेना में 4 साल के लिए अग्निवीर के तौर पर भर्ती के लाई गए केंद्र की स्कीम के विरोध के हिंसक रूप लेने के बाद प्रशासन हरकत में आया. युवाओं के रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ करने और, ट्रैक पर आग लगा देनी की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और एडीएम मौके पर पहुंचे. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए ट्रैक को खाली कर लिया गया. हालांकि सड़कों पर छात्रों का यह उग्र प्रदर्शन जारी है. शहर के गोला का मंदिर चौराहे पर हजारों की संख्या में युवा इकट्ठे हुए और उसके बाद उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया. युवाओं की मांग है कि सरकार अग्नि परीक्षा भर्ती को रद्द करे. छात्रों का कहना है कि केंद्र सरकार की तरफ से कई सालों से सेना की भर्ती नहीं निकली है ऐसे में सेना में जाने की तैयारी कर रहे युवा आत्महत्या करने को मजबूर हैं. ऐसे में केंद्र की इस योजना का विरोध में ग्वालियर चंबल अंचल से हजारों की संख्या में युवा विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंचे हैं.
सैकड़ों की संख्या में हैं छात्र, मूक दर्शक बना प्रशासन: गोला के मंदिर चौराहे पर युवाओं के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए मैं भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है, लेकिन युवाओं की संख्या ज्यादा होने के कारण वह सिर्फ मूकदर्शक बना हुआ है. बाकी जिलों से और रिजर्व बल को भी बुलाया जा रहा है. मौके पर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह भी पहुंचे हैं जो युवाओं को समझाइश दे रहे हैं. खास बात यह है कि ग्वालियर चंबल इलाके में ज्यादातर युवा सेना की भर्ती देखते हैं. यहां से सेना में मौजूदा दौर में सेवाएं दे रहे जवान और बड़ी संख्या में सेना से रिटायर्ड लोग भी हैं.यही वजह है कि केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम का यहां विरोध यहां हिंसक हो उठा है.
कमलनाथ ने भी उठाए स्कीम पर सवाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी केंद्र की अग्निपथ योजना सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा- यह बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा है. उन्होंने कहा कि अब क्या ऐसी टेंपरेरी अप्रोच से भारत भूमि की रक्षा और भारत माता के सम्मान की सुरक्षा होगी? असली राष्ट्रभक्ति सामने आ रही है? यह अग्निपथ है या अग्निकुंड?.