नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ( डूटा ) चुनाव में नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट को बड़ी सफलता मिली है. इसी के साथ ही अध्यक्ष पद पर एनडीटीएफ का 24 साल का बनवास खत्म हो गया. दयाल सिंह कॉलेज के प्रोफेसर अजय कुमार भागी डूटा के नए अध्यक्ष चुने गए हैं. उन्हें 3584 वोट मिले हैं. बता दें कि वर्ष 1998 में श्रीराम ओबरॉय को जीत मिली थी उस दौरान भी केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और अब जब 24 साल बाद वनवास खत्म हुआ है तो फिर एक बार केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है.
दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ चुनाव में कुल 9,446 मतदाता थे. जिसमें 7,194 वोट पड़े. वहीं 313 वोट अमान्य करार दिए गए. एनडीटीएफ के उम्मीदवार अजय कुमार भागी को 3,584 वोट मिले. वहीं डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट की उम्मीदवार प्रोफेसर आभा देव हबीब को 2202 वोट मिले हैं. एकेडमिक एक्शन फॉर डेवलपमेंट के उम्मीदवार प्रोफेसर प्रेमचंद को 832 वोट और निर्दलीय उम्मीदवार प्रोफेसर शबाना आज़मी को 263 वोट प्राप्त हुए हैं.
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इसके अलावा एग्जीक्यूटिव पद के लिए नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के उम्मीदवार कमलेश कुमार रघुवंशी को 8,793 वोट प्राप्त हुए जोकि एग्जीक्यूटिव पद के लिए उम्मीदवारों को मिले वोट में सबसे अधिक है. वहीं डूटा के चुनाव में आम आदमी पार्टी समर्थित शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ( डीटीए )को बुरी तरह से पराजय का सामना करना पड़ा है. डीटीए के उम्मीदवार प्रोफेसर हंसराज सुमन को एग्जीक्यूटिव पद के लिए 2865 वोट मिले हैं जबकि कांग्रेस समर्पित शिक्षक संगठन इंटेक के उम्मीदवार मेघराज को 1241 वोट मिले हैं.