नई दिल्ली : निजी कोविड-19 टीकाकरण केंद्र एक मई से सीधे विनिर्माताओं से टीके खरीद सकेंगे. इसके बाद मौजूदा व्यवस्था बंद हो जाएगी, जिसमें ऐसे केंद्रों को सरकार से टीके मिलते हैं और वे प्रति खुराक 250 रुपये तक लेते हैं.
उदारीकृत मूल्य निर्धारण और त्वरित राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण रणनीति के अनुसार पात्र लोगों के लिए मुफ्त टीकाकरण जारी रहेगा. इन लोगों में स्वास्थ्य कर्मी, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोग शामिल हैं.
टीका बनाने वाली कंपनियां एक मई से पहले खुले बाजार में राज्य सरकारों को उपलब्ध होने वाली 50 प्रतिशत आपूर्ति के लिए मूल्य की अग्रिम घोषणा करेंगी. इस कीमत के आधार पर राज्य, निजी अस्पताल, औद्योगिक प्रतिष्ठान टीका कंपनियों से टीकों की खुराकें खरीद सकते हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दस्तावेज़ के अनुसार टीकाकरण के लिए निजी अस्पतालों द्वारा ली जाने वाली कीमतों पर नजर रखी जाएगी. इसमें कहा गया है कि अभी निजी टीकाकरण केंद्रों को सरकार से टीकों की खुराक मिलती हैं और वे 250 रुपये प्रति खुराक तक वसूल करती हैं.
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टीका कंपनियां सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी (सीडीएल) द्वारा मंजूर टीकों की 50 प्रतिशत आपूर्ति भारत सरकार को करेंगी और शेष 50 प्रतिशत खुराकों की आपूर्ति राज्य सरकारों को और खुले बाजार में करने के लिए स्वतंत्र होंगी.
भारत सरकार के टीकाकरण केंद्रों के लिए पात्रता वहीं होगी जो अभी है. इसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता, अग्रिम पंक्ति के योद्धा और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोग शामिल हैं.