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आयुष्मान लाभार्थियों को मुफ्त टीका दे सरकार - चव्हाण

कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने निजी अस्पताल में कोरोना टीका लगवाने पर लिए जा रहे शुल्क पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि जब बजट में कोविड टीके का प्रावधान किया गया है, तो शुल्क क्यों लिया जा रहा है.

prithiviraj chavan on charging for vaccines
prithiviraj chavan on charging for vaccines
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Published : Mar 2, 2021, 5:40 PM IST

मुंबई : कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने केंद्र सरकार द्वारा कोविड रोधी टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में निजी अस्पतालों द्वारा शुल्क वसुलने पर सवाल खड़ा किया है.

पिछले हफ्ते, सरकार ने घोषणा की थी कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग और गंभीर बीमारी से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग सरकारी केंद्रों पर निशुल्क टीका लगवा सकते हैं, जबकि निजी अस्पतालों में उन्हें टीके के लिए 250 रुपये का शुल्क देना होगा.

चव्हाण के दफ्तर से जारी एक बयान के मुताबिक, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण के टीकाकरण अभियान के लिए, केंद्र सरकार ने 210 रुपये प्रति खुराक की दर से टीके की 1.65 करोड़ खुराकें खरीदी थीं.

चव्हाण ने कहा कि एक फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण के मुताबिक, टीकाकरण अभियान के लिए 35,000 करोड़ रुपये रखे गए हैं.

पढ़ें- तृणमूल और ममता पर बरसे योगी, पूछा- बंगाल में सत्ता प्रायोजित हिंसा क्यों ?

उन्होंने कहा कि इस रकम में 210 रुपये प्रति खुराक की कीमत पर 1.5 अरब से ज्यादा टीके की खुराकें खरीदी जा सकती हैं. इससे 75 करोड़ लोगों को दो बार टीका लगाया जा सकता है, जिसमें देश की तकरीबन पूरी वयस्क आबादी आ जाएगी.

बयान में चव्हाण के हवाले से कहा गया है, अगर बजट में प्रावधान किए गए हैं तो (निजी अस्पतालों में) आम लोगों से शुल्क क्यों लिया जा रहा है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देश अपने नागरिकों को बीमा योजनाओं या बजट में प्रावधान करके निशुल्क टीका उपलब्ध करा रहे हैं.

चव्हाण ने कहा, मैं मांग करता हूं कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के सभी लाभार्थियों को कोविड-19 टीका निशुल्क दिया जाए.

उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में बड़ी-बड़ी घोषणाओं और भारत के कोविड-19 टीके का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता होने के बावजूद मोदी सरकार आम आदमी पर बोझ डाल रही है.

मुंबई : कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने केंद्र सरकार द्वारा कोविड रोधी टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में निजी अस्पतालों द्वारा शुल्क वसुलने पर सवाल खड़ा किया है.

पिछले हफ्ते, सरकार ने घोषणा की थी कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग और गंभीर बीमारी से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग सरकारी केंद्रों पर निशुल्क टीका लगवा सकते हैं, जबकि निजी अस्पतालों में उन्हें टीके के लिए 250 रुपये का शुल्क देना होगा.

चव्हाण के दफ्तर से जारी एक बयान के मुताबिक, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण के टीकाकरण अभियान के लिए, केंद्र सरकार ने 210 रुपये प्रति खुराक की दर से टीके की 1.65 करोड़ खुराकें खरीदी थीं.

चव्हाण ने कहा कि एक फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण के मुताबिक, टीकाकरण अभियान के लिए 35,000 करोड़ रुपये रखे गए हैं.

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उन्होंने कहा कि इस रकम में 210 रुपये प्रति खुराक की कीमत पर 1.5 अरब से ज्यादा टीके की खुराकें खरीदी जा सकती हैं. इससे 75 करोड़ लोगों को दो बार टीका लगाया जा सकता है, जिसमें देश की तकरीबन पूरी वयस्क आबादी आ जाएगी.

बयान में चव्हाण के हवाले से कहा गया है, अगर बजट में प्रावधान किए गए हैं तो (निजी अस्पतालों में) आम लोगों से शुल्क क्यों लिया जा रहा है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देश अपने नागरिकों को बीमा योजनाओं या बजट में प्रावधान करके निशुल्क टीका उपलब्ध करा रहे हैं.

चव्हाण ने कहा, मैं मांग करता हूं कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के सभी लाभार्थियों को कोविड-19 टीका निशुल्क दिया जाए.

उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में बड़ी-बड़ी घोषणाओं और भारत के कोविड-19 टीके का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता होने के बावजूद मोदी सरकार आम आदमी पर बोझ डाल रही है.

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