नई दिल्ली/ रोम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इटली की राजधानी रोम में विभिन्न समुदायों के लोगों से संवाद किया जिनमें भारतीय समुदाय के लोग, यहां इतालवी राजधानी में विभिन्न संगठनों के भारत के मित्र शामिल थे. मोदी ने इस दौरान भारत और इटली के संबंधों को मजबूत करने में उनकी भूमिका की प्रशंसा की.
प्रधानमंत्री मोदी, इतालवी प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी के निमंत्रण पर पहुंचे हैं. ड्रैगी ने पहली आमने-सामने की बैठक से पहले प्लाजो चिगी में उनकी आगवानी की, जहां पर मंत्रिमंडल बैठता है. यहां उन्हें सलामी गारद भी पेश किया गया.
विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इटली में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों और इटैलियन हिंदू यूनियन, द इटैलियन कांग्रेशन फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस, सिख समुदाय और विश्व युद्ध के दौरान इटली में लड़ने वाले भारतीय सैनिकों स्मृति में बने संस्थानों सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों सहित भारत के मित्रों से मुलाकात की.
उन्होंने बताया कि इस दौरान मोदी ने संस्कृत विद्वानों से भी मुलाकात की. विदेश सचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री ने भारत और इटली के संबंधों को मजबूत करने में उनके द्वारा निभाई जा रही भूमिका की प्रशंसा की.
श्रृंगला ने बताया कि इससे पहले प्रधानमंत्री ने रोम में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रृद्धासुमन अर्पित किए इस दौरान वहां पर भारतीयों का एक उत्साहित समूह मौजूद था.
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, 'महान बापू के आदर्श पूरी दुनिया में गूंज रहा है.' मोदी रोम से ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के न्योते पर ग्लासगो की यात्रा पर जाएंगे.
अफगानिस्तान के हालात पर भी की चर्चा
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां जी-20 सम्मेलन से इतर इटली के अपने समकक्ष मारियो ड्रैगी से पहली आमने सामने की मुलाकात के दौरान अफगानिस्तान समस्या के मूल की ओर ध्यान दिलाया जिसपर वास्तव में गौर करने की जरूरत है. कट्टरवाद, चरमपंथ और आतंकवाद के नतीजों को बहुत सतर्कता से मूल्यांकन करने की जरूरत है. उल्लेखनीय है कि दो दशक की महंगी लड़ाई के बाद अमेरिका ने 31 अगस्त को अफगानिस्तान से वापसी की लेकिन उससे करीब दो सप्ताह पहले ही तालिबान ने देश की सत्ता पर कब्जा कर लिया था. श्रृंगला ने बताया कि प्रधानमंत्री ने विशेष तौर पर कहा कि अफगानिस्तान के हालात को अलग करके नहीं देखा जाना चाहिए.
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सुशासन में असफलता और अक्षमता, स्थिति से निपटने में अक्षमता और उसके प्रति रुख भी आत्मचिंतन का विषय है. अधिकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान से आने वाली धमकी या खतरा कुछ ऐसा है जिसपर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बहुत सतर्क होकर गौर करने की जरूरत है.
पीएम मोदी शनिवार को पोप फ्रांसिस से करेंगे मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को वेटिकन सिटी में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले कैथोलिक ईसाई धर्म के सर्वोच्च नेता पोप फ्रांसिस से अकेले में मुलाकात करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि इस दौरोन कोविड-19 जैसे मामलों के संबंध में वैश्विक परिदृश्य पर चर्चा होगी.
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(पीटीआई-भाषा)