नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंट के संपर्क में रहने के आरोप में भारतीय सेना के एक मेजर को सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन के लिए बर्खास्त कर दिया है. रक्षा सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. वह सेना की स्ट्रैटजिक फोर्सेज कमांड यूनिट में तैनात थे. सेना की जांच में मेजर को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले कार्यों का दोषी पाया गया. बर्खास्त मेजर कथित तौर पर सोशल मीडिया के माध्यम से एक पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटर के संपर्क में था.
सूत्रों ने बताया कि मेजर पर लगे आरोपों की जांच के लिए मार्च 2022 में अधिकारियों का एक पैनल गठित किया गया थाा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच के दौरान पता चला कि मेजर के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में गुप्त दस्तावेजों की कॉपी थी, जो सेना के नियमों के खिलाफ है. सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मेजर की दोस्ती की भी जांच की गई और कहा जा रहा है कि 'पटियाला पेग' नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप के कुछ सदस्य भी इस जांच के दायरे में हैं.
सेना ने सोशल मीडिया नीतियों का उल्लंघन करने और व्हाट्सएप ग्रुप का सदस्य होने के लिए एक ब्रिगेडियर और एक लेफ्टिनेंट कर्नल को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है. इस व्हाट्सएप ग्रुप पर आपत्तिजनक सामग्री शेयर की जा रही थी. सेना अपने चार अधिकारियों के 'पटियाला पेग' व्हाट्सएप ग्रुप का सदस्य होने की जांच कर रही है. यह संदेह है कि व्हाट्सएप ग्रुप में पाकिस्तान इंटेलिजेंस के संचालक भी सदस्य हैं.