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Watch: राष्ट्रपति मुर्मू ने ओडिशा दौरे के दूसरे दिन रायरंगपुर में तीन नई ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा में तीन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. उन्होंने ट्रेन में सफर भी किया. राष्ट्रपति ओडिशा के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. राष्ट्रपति अपने सास-ससुर के गांव भी पहुंचीं. President Murmu flags off three new trains, President Murmu Odisha visit.

President Murmu flags off three new trains
राष्ट्रपति मुर्मू ने ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 21, 2023, 7:14 PM IST

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रायरंगपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. मंगलवार को राष्ट्रपति ने मयूरभंज के रायरंगपुर का दौरा किया, जहां उन्होंने बादामपहाड़ स्टेशन से दो एक्सप्रेस ट्रेनों और एक मेमू ट्रेन (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) को हरी झंडी दिखाई. ट्रेन में शिक्षक और अभिभावक समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे. हरी झंडी दिखाने के बाद राष्ट्रपति ने शालीमार-बादामपहाड़ एक्सप्रेस में यात्रा की.

नई ट्रेनें बादामपहाड़-राउरकेला एक्सप्रेस (साप्ताहिक), बादामपहाड़-शालीमार एक्सप्रेस (साप्ताहिक) और बादामपहाड़-टाटानगर मेमू सेवा हैं. ये ट्रेनें अब मयूरभंज जिले को रेलवे मानचित्र से जोड़ेंगी.

राष्ट्रपति ने बादामपहाड़ रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार का शिलान्यास करने के साथ ही रायरंगपुर डाकघर में डाक विभाग के एक डाक संभाग का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल रघुवर दास, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री बिशेश्वर टुडू और धर्मेंद्र प्रधान, ओडिशा स्कूल और सार्वजनिक शिक्षा मंत्री सुदाम मरांडी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.

अपने सास-ससुर के गांव पहुंचीं : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कौशल प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन करने पहाड़पुर गांव पहुंचीं. मुर्मू की 1980 में पहाड़पुर के बैंकर श्याम चरण मुर्मू के साथ शादी हुई थी और इसी गांव में उनके सास-ससुर का मकान है. बाद में उन्होंने (राष्ट्रपति ने) इस संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा एसएलएस (श्याम-लक्ष्मण-सिपुन) न्यास को दान कर दिया था. यह न्यास उनके (द्रौपदी मुर्मू के) दिवंगत पति और दो बेटों के नाम पर स्थापित किया गया था.

पति एवं बेटों को श्रद्धांजलि अर्पित की : पहाड़पुर गांव पहुंचने के बाद द्रौपदी मुर्मू एसएलएस स्मारक गईं और उन्होंने अपने पति एवं बेटों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उनके पति का 2014 में देहावसान हो गया था, जबकि उनके दो बेटे अगले कुछ सालों में गुजर गए थे.

गौरतलब है कि रायरंगपुर ओडिशा के मयूरभंज जिले में एक तहसील है. यह राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से 287 किलोमीटर, बारीपदा के मयूरभंज मुख्यालय से 82 किलोमीटर और जमशेदपुर से लगभग 73 किलोमीटर दूर स्थित है.

यह मयूरभंज का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. रायरंगपुर को ओडिशा के खनन क्षेत्र के लिए जाना जाता है, जो गोरुमाहिसानी, बादामपहाड़ और सुलेइपत खदानों से लौह अयस्क का उत्पादन करता है. सिमलीपाल टाइगर रिजर्व आसपास के स्थानीय आकर्षणों में से एक है, जो कई विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है. रायरंगपुर राष्ट्रपति मुर्मू का ससुराल भी है.

ये है उनका कार्यक्रम : राष्ट्रपति बुर्ला में वीर सुरेंद्र साई यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस (VISUT) के 15वें दीक्षांत समारोह में भाग लेंगी. वह देवी मां समलेई के मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगी. वह बुधवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति सेमिनार में भाग लेंगी.

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय दौरे पर ओडिशा पहुंचीं

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रायरंगपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. मंगलवार को राष्ट्रपति ने मयूरभंज के रायरंगपुर का दौरा किया, जहां उन्होंने बादामपहाड़ स्टेशन से दो एक्सप्रेस ट्रेनों और एक मेमू ट्रेन (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) को हरी झंडी दिखाई. ट्रेन में शिक्षक और अभिभावक समेत सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद थे. हरी झंडी दिखाने के बाद राष्ट्रपति ने शालीमार-बादामपहाड़ एक्सप्रेस में यात्रा की.

नई ट्रेनें बादामपहाड़-राउरकेला एक्सप्रेस (साप्ताहिक), बादामपहाड़-शालीमार एक्सप्रेस (साप्ताहिक) और बादामपहाड़-टाटानगर मेमू सेवा हैं. ये ट्रेनें अब मयूरभंज जिले को रेलवे मानचित्र से जोड़ेंगी.

राष्ट्रपति ने बादामपहाड़ रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार का शिलान्यास करने के साथ ही रायरंगपुर डाकघर में डाक विभाग के एक डाक संभाग का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल रघुवर दास, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री बिशेश्वर टुडू और धर्मेंद्र प्रधान, ओडिशा स्कूल और सार्वजनिक शिक्षा मंत्री सुदाम मरांडी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.

अपने सास-ससुर के गांव पहुंचीं : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कौशल प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन करने पहाड़पुर गांव पहुंचीं. मुर्मू की 1980 में पहाड़पुर के बैंकर श्याम चरण मुर्मू के साथ शादी हुई थी और इसी गांव में उनके सास-ससुर का मकान है. बाद में उन्होंने (राष्ट्रपति ने) इस संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा एसएलएस (श्याम-लक्ष्मण-सिपुन) न्यास को दान कर दिया था. यह न्यास उनके (द्रौपदी मुर्मू के) दिवंगत पति और दो बेटों के नाम पर स्थापित किया गया था.

पति एवं बेटों को श्रद्धांजलि अर्पित की : पहाड़पुर गांव पहुंचने के बाद द्रौपदी मुर्मू एसएलएस स्मारक गईं और उन्होंने अपने पति एवं बेटों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उनके पति का 2014 में देहावसान हो गया था, जबकि उनके दो बेटे अगले कुछ सालों में गुजर गए थे.

गौरतलब है कि रायरंगपुर ओडिशा के मयूरभंज जिले में एक तहसील है. यह राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से 287 किलोमीटर, बारीपदा के मयूरभंज मुख्यालय से 82 किलोमीटर और जमशेदपुर से लगभग 73 किलोमीटर दूर स्थित है.

यह मयूरभंज का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. रायरंगपुर को ओडिशा के खनन क्षेत्र के लिए जाना जाता है, जो गोरुमाहिसानी, बादामपहाड़ और सुलेइपत खदानों से लौह अयस्क का उत्पादन करता है. सिमलीपाल टाइगर रिजर्व आसपास के स्थानीय आकर्षणों में से एक है, जो कई विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है. रायरंगपुर राष्ट्रपति मुर्मू का ससुराल भी है.

ये है उनका कार्यक्रम : राष्ट्रपति बुर्ला में वीर सुरेंद्र साई यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस (VISUT) के 15वें दीक्षांत समारोह में भाग लेंगी. वह देवी मां समलेई के मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगी. वह बुधवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति सेमिनार में भाग लेंगी.

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