मयूरभंज: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर ओडिशा के मयूरभंज पहुंच गईं है. मयूरभंज जिले के बादामपहाड़ हेलीपैड पर ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल, केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडू और राज्य मंत्री प्रफुल्ल मल्लिक ने उनका स्वागत किया. राष्ट्रपति मुर्मू मयूरभंज जिले के रायरंगपुर, बारीपदा और पहाड़पुर का दौरा करेंगी. राष्ट्रपति मुर्मू का यह तीसरा ओडिशा दौरा है, लेकिन यह पहली बार है जब वह अपने जन्मस्थान का दौरा कर रही हैं. राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए उनकी जन्मभूमि रायरंगपुर में विशेष तैयारी की गई हैं. उनकी सुरक्षा के भी विशेष बंदोबस्त किए गए हैं.
राष्ट्रपति का तीन दिवसीय कार्यक्रम: राष्ट्रपति मुर्मू 6 मई तक अपने गृह जनपद मयूरभंज में रहेंगी. इन दौरान राष्ट्रपति मयूरभंज जिले के बारीपदर, शिमिलिपाल, रायरंगपुर और पहाड़पुर में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगी. राष्ट्रपति मुर्मू आज पहाड़पुर में स्किल ट्रेनिंग हब और कम्युनिटी सेंटर का शिलान्यास करेंगी. इसके बाद वह ब्रह्मा कुमारिस सेंटर, हटबद्रा जाएंगी, जहां वह ब्रह्मा कुमारिस सेंटर के 'व्यसन मुक्त ओडिशा' अभियान की शुरुआत करेंगी.
आज शाम को राष्ट्रपति रैरंगपुर स्टेडियम जाएंगी, जहां पर रैरंगपुर नगर पालिका द्वारा उनके सम्मान में आयोजित किए जाने वाले नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम में शामिल होंगी. इसेक बाद 5 मई को पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी. उसे बाद वह सिमिलिपाल अभयारण्य का दौरा करेंगी. छह मई को राष्ट्रपति बारीपदा में महाराजा श्रीराम चंद्र भांजा देव विश्वविद्यालय के 12वें दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगी.
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जीवन परिचय: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जन्म ओडिशा के मयूरभंज जिले में साल 1958 को एक आदिवासी परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू था, जो गांव और समाज के मुखिया थे. मुर्मू ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भाजपा के साथ की थी. भाजपा में ज्वाइन करने के बाद मुर्मू ने साल 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद चुनाव में हिस्सा लिया और जीत दर्ज कराई थी. इसके बाद साल 2000 से 2002 कर वह ओडिशा की वाणिज्य और परिवहन स्वतंत्र प्रभार मंत्री रहीं. उन्होंने ओडिशा के रायगंज विधानसभा सीट से चुनाव भी जीता. बाद में साल 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल बनीं.