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ओडिशा के साइबर ठगों ने लोकसभा अध्यक्ष के नाम से मांगे पैसे, फोटो से बनाई फर्जी वॉट्सऐप आईडी

साइबर ठग अब राजनेताओं के नाम पर लोगों को झांसा देकर पैसे मांग रहे हैं. ओडिशा में साइबर ठगों ने वॉट्सऐप के जरिये लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के नाम पर लोगों से उगाही कर ली. हद तो तब हो गई जब जांच में सामने आया कि इस गिरोह ने लोकसभा अध्यक्ष के नाम से मोबाइल फोन सिम भी रजिस्टर्ड करा लिया था.

LS Speaker Om Birla
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Published : May 2, 2022, 8:56 PM IST

कटक : ओडिशा क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ करने के बाद चौंकाने वाले खुलासे किए. पड़ताल में यह सामने आया कि साइबर ठगों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के जरिये एक सिम रजिस्टर्ड कराया था. सिम जारी करने वाली कंपनी बीएसएनएल थी. इसके बाद ठगों ने ओम बिड़ला के नाम से एक वॉट्सऐप अकाउंट बनाया और लोगों से पैसों की मांग शुरू कर दी. इस वॉट्सऐप अकाउंट के बायो में ओम बिड़ला के फोटो लगा रखा था.

क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने रविवार को पहले से 19,641 एक्टिव सिम, 48 मोबाइल फोन और 14.32 लाख रुपये के साथ तीन लोगों को पकड़ा था. क्राइम ब्रांच गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है ताकि पूरे गिरोह से जुड़ी अन्य जानकारियां सामने आ सकें.पुलिस के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने ढेंकनाल जिले के तालाबरकोट गांव में तीन अलग-अलग मोबाइलों में नंबर का लगातार इस्तेमाल पर ओडिशा पुलिस को सतर्क किया था. इसके बाद इंटेलिजेंस ने पड़ताल शुरू की और प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ किया.

बता दें कि साइबर ठग न सिर्फ ओडिशा में बल्कि पूरे देश में एक्टिव हैं. वह राजनेताओं के नाम ठगी करने की कोशिश करते हैं. पिछले दिनों गोवा में ठगों ने गोवा के राज्‍यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई के नाम पर पैसा वसूलने की कोशिश की थी. इसके बाद राजभवन की ओर से पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी और लोगों को ऐसे संदेश इग्नोर करने की हिदायत दी गई थी. इसके अलावा गोवा के मुख्यमंत्री का क्लोन फेसबुक अकाउंट से भी पैसे मांगे गए थे. तब सीएम प्रमोद सावंत ने खुद इसकी जानकारी दी थी. साइबर ठगों ने पहले सावंत के फेसबुक पेज की क्लोनिंग की थी, फिर जुलाई 2021 में गोवा के कई लोगों को फेसबुक मैसेंजर के जरिये पैसे मांगे थे. इसके अलावा पिछले साल नवंबर में साइबर ठगों ने सीएम प्रमोद सावंत की डिटेल हासिल करने के लिए फिशिंग की थी. इसके बाद उनका बैंक अकाउंट बंद कर दिया गया था. खुद सीएम ने हैरानी जताई थी कि कैसे साइबर चोरों ने उनका आधार नंबर हासिल कर अकाउंट में सेंध लगाने की कोशिश की थी.

इसके अलावा साइबर ठगों ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठने की कोशिश की थी. तब राजस्थान पुलिस ने मास्टरमाइंड को आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार किया था.

पढ़ें : अवैध रोहिंग्या प्रवासियों को लेकर गृह मंत्रालय ने जारी किया अलर्ट

कटक : ओडिशा क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ करने के बाद चौंकाने वाले खुलासे किए. पड़ताल में यह सामने आया कि साइबर ठगों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के जरिये एक सिम रजिस्टर्ड कराया था. सिम जारी करने वाली कंपनी बीएसएनएल थी. इसके बाद ठगों ने ओम बिड़ला के नाम से एक वॉट्सऐप अकाउंट बनाया और लोगों से पैसों की मांग शुरू कर दी. इस वॉट्सऐप अकाउंट के बायो में ओम बिड़ला के फोटो लगा रखा था.

क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने रविवार को पहले से 19,641 एक्टिव सिम, 48 मोबाइल फोन और 14.32 लाख रुपये के साथ तीन लोगों को पकड़ा था. क्राइम ब्रांच गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है ताकि पूरे गिरोह से जुड़ी अन्य जानकारियां सामने आ सकें.पुलिस के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने ढेंकनाल जिले के तालाबरकोट गांव में तीन अलग-अलग मोबाइलों में नंबर का लगातार इस्तेमाल पर ओडिशा पुलिस को सतर्क किया था. इसके बाद इंटेलिजेंस ने पड़ताल शुरू की और प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ किया.

बता दें कि साइबर ठग न सिर्फ ओडिशा में बल्कि पूरे देश में एक्टिव हैं. वह राजनेताओं के नाम ठगी करने की कोशिश करते हैं. पिछले दिनों गोवा में ठगों ने गोवा के राज्‍यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई के नाम पर पैसा वसूलने की कोशिश की थी. इसके बाद राजभवन की ओर से पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी और लोगों को ऐसे संदेश इग्नोर करने की हिदायत दी गई थी. इसके अलावा गोवा के मुख्यमंत्री का क्लोन फेसबुक अकाउंट से भी पैसे मांगे गए थे. तब सीएम प्रमोद सावंत ने खुद इसकी जानकारी दी थी. साइबर ठगों ने पहले सावंत के फेसबुक पेज की क्लोनिंग की थी, फिर जुलाई 2021 में गोवा के कई लोगों को फेसबुक मैसेंजर के जरिये पैसे मांगे थे. इसके अलावा पिछले साल नवंबर में साइबर ठगों ने सीएम प्रमोद सावंत की डिटेल हासिल करने के लिए फिशिंग की थी. इसके बाद उनका बैंक अकाउंट बंद कर दिया गया था. खुद सीएम ने हैरानी जताई थी कि कैसे साइबर चोरों ने उनका आधार नंबर हासिल कर अकाउंट में सेंध लगाने की कोशिश की थी.

इसके अलावा साइबर ठगों ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठने की कोशिश की थी. तब राजस्थान पुलिस ने मास्टरमाइंड को आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार किया था.

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