बेंगलुरु : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़, हुबली और मैसूरु जिलों के पांच स्थानों पर तलाशी ली और भाजपा युवा मोर्चा नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के मामले में पीएफआई के तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान के मोहम्मद इकबाल, के इस्माइल शफी और इब्राहिम शा के रूप में हुई है, जो कि प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े हैं.
एनआईए ने एक बयान में कहा, "तीनों आरोपियों को प्रवीण नेट्टारू की हत्या की साजिश में उनकी सक्रिय संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया है." इस मामले में अब तक 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है और एनआईए ने उक्त मामले में चार फरार आरोपियों के खिलाफ इनाम की भी घोषणा की है, जबकि उनकी गिरफ्तारी के प्रयास अभी भी जारी हैं. शनिवार को की गई छापेमारी के दौरान, एनआईए ने कहा कि आरोपियों और संदिग्धों के घरों से डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए.
बता दें कि कर्नाटक के हुबली और मैसूर में जांच एजेंसी NIA ने शनिवार को छापे की कार्रवाई की. NIA ने एनआईए ने हुबली में SDPI नेता इस्माइल नालबंद के घर पर छापा मारा है. तो वहीं मैसूर में PFI के पूर्व सचिव सुलेमान के घर पर रेड की कार्रवाई की गई है. बेल्लारी में भाजपा के युवा नेता प्रवीण कुमार नेट्टारे की हत्या के मामले में एनआईए ने राज्य के कई हिस्सों में छापेमारी की है. मैसूर के मंडी मोहल्ला में प्रतिबंधित पीएफआई संगठन के जिला महासचिव मोहम्मद सुलेमान के घर पर भी छापेमारी की गई. अधिकारी घर की तलाशी ले रहे हैं और सुलेमान से फोन कॉल के बारे में पूछताछ की जा रही है. बेल्लारी में भाजपा के युवा नेता प्रवीण कुमार नेट्टारू की हत्या के मामले में एनआईए ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, सुलिया के शफी बेल्लारे, इकबाल बेल्लारे, इब्राहिम शाह को गिरफ्तार किया गया है.
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इधर, दक्षिण कन्नड़ जिला पुलिस के एसपी ने ईटीवी भारत को बताया है कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है. बताया जाता है कि उसे आज सुबह बेल्लारी में आरोपी के घर से गिरफ्तार किया गया. इसमें इकबाल बेल्लारे बेल्लारे ग्राम पंचायत के सदस्य हैं. शफी बेल्लारे एसडीपीआई के राज्य सचिव हैं. इसके अलावा जानकारी है कि एनआईए की टीम ने सुल्या, उप्पिनंगडी, मैसूर और हुबली में छापेमारी की है.
एनआईए की टीम पहले ही प्रवीण नेट्टारू की हत्या के बाद लापता हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में मदद करने वालों को इनाम देने की घोषणा कर चुकी है. मामले की जांच कर रहे एनआईए के अधिकारियों ने मुख्य आरोपी बेल्लारे के मोहम्मद मुस्तफा और मदिकेरी के तुफैल एमएच के बारे में जानकारी देने वाले प्रत्येक को 5-5 लाख रुपये का इनाम देने की पेशकश की है. इसके अलावा हत्या में सहयोग करने वाले सुलिया के उमर फारूक और बेल्लारे के अबुबकर सिद्दीकी की जानकारी देने वाले को दो-दो लाख रुपये इनाम की घोषणा की है.
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जांच एजेंसी ने यह भी कहा कि आरोपियों के बारे में जानकारी देने वालों के नाम गोपनीय रखे जाएंगे. एनआईए ने बताया कि जानकारी देने वाले info.blr.nia@gov.in या फोन नंबर 080-29510900/8904241100 या पुलिस अधीक्षक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), 8 वीं मंजिल या एम विश्वेश्वरैया सेंट्रल हाउस, डोमालूर, बेंगलुरु 560071 पर संपर्क कर सकते हैं. गौरतलब है कि जिला भाजपा युवा मोर्चा समिति के सदस्य प्रवीण नेत्तारू की मंगलवार रात को मोटरसाइकिल पर आए बदमाशों ने बेल्लारे में उसकी दुकान के सामने ही हत्या कर दी गई थी.
दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे के पास नेट्टारू में 26 जुलाई को भाजपा युवा मोर्चा के नेता प्रवीण (32) की मंगलवार को हत्या कर दी गयी थी. लोगों के एक समूह ने उनपर हमला कर दिया था जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये थे और बाद में उनकी मौत हो गई थी. नृशंस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए प्रवीण की अस्पताल ले जाने से पहले ही मौत हो गई थी. हत्या के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे में विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण कन्नड़ जिले के सांसद नलिनकुमार कतील की गाड़ी को घेर लिया था.
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पोल्ट्री की दुकान के मालिक भाजपा युवा नेता प्रवीण नेट्टारू पर रात करीब नौ बजे दो बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया था. गंभीर चोट लगने से प्रवीण मौके पर ही गिर गये थे. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया था. हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषिक कर दिया था. हत्या के बाद, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल के समारोह को रद्द कर दिया था. उन्होंने प्रवीण के परिवार से मुलाकात की और राज्य सरकार की ओर से मुआवजे के रूप में 25 लाख रुपये का चेक जारी किया.
बीजेपी ने अलग से 25 लाख रुपये दिए थे. इस घटना ने पूरे कर्नाटक में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शनों की एक श्रृंखला शुरू कर दी थी. आंदोलनकारियों ने गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र के आवास की घेराबंदी कर दी थी, जिससे सत्तारूढ़ दल को भारी शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी. जांच से पता चला था कि हलाल मीट के खिलाफ अभियान शुरू करने के लिए प्रवीण को निशाना बनाया गया था.
(इनपुट-एजेंसी)