नई दिल्ली : पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि एक मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करने लिए बीजेपी की ओर से इसे लोकसभा चुनाव 2024 का ट्रेलर बताया जा रहा है. जबकि ये सिर्फ राज्य में हुए चुनाव के नतीजे हैं.
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Battle for India will be fought and decided in 2024 & not in any state #elections
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) March 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Saheb knows this! Hence this clever attempt to create frenzy around state results to establish a decisive psychological advantage over opposition.
Don’t fall or be part of this false narrative.
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Saheb knows this! Hence this clever attempt to create frenzy around state results to establish a decisive psychological advantage over opposition.
Don’t fall or be part of this false narrative.
प्रशांत किशोर ने लिखा है कि भारत के लिए लड़ाई 2024 में लड़ी जाएगी और तय की जाएगी, किसी भी राज्य में नहीं. साहेब ( पीएम मोदी) यह जानते हैं! इसलिए विपक्ष पर एक निर्णायक मनोवैज्ञानिक दबाव डालने के लिए राज्य के परिणामों पर ही उन्माद पैदा करने का यह चतुर प्रयास किया जा रहा है. गिरो मत या इस झूठी कथा का हिस्सा मत बनो.
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव और उससे पहले हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ने बीजेपी के लिए काम किया था. बाद में उन्होंने अपनी अलग एजेंसी बना ली. प्रशांत किशोर हर चुनाव से पहले और नतीजों के बाद अपना विश्लेषण देते हैं. इस बार गोवा विधानसभा चुनाव में भी प्रशांत किशोर की टीम ने ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के लिए रणनीति बनाई थी.
कुछ दिन पहले उन्होंने मुख्य विपक्षी दल के तौर पर कांग्रेस की दावेदारी पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं है, खासकर जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90% से अधिक चुनाव हार गई हो. विपक्षी नेतृत्व को लोकतांत्रिक तरीके से तय करने दें.
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