लखनऊ : 14 से 22 जनवरी तक अयोध्या में शुरू हो रहे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर प्रदेश में तैयारी चल रही है. पूरे शहर को भव्यता के साथ सजाया जा रहा है. वहीं पर्यटन विभाग प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में बढ़ने वाले पर्यटकों की संख्या को देखकर न केवल अयोध्या में बल्कि आसपास के जिलों में भी रात्रि सुविधाओं को बेहतर करने में जुट गया है. अगले तीन महीने में अयोध्या में पर्यटकों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए पर्यटन विभाग लंबित परियोजनाओं को अगले तीन महीने में पूरा करेगा.
साफ-सुथरा और व्यवस्थित करने के निर्देश : प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम की ओर से अयोध्या में हो रही प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए अयोध्या ही नहीं बल्कि लखनऊ, गोंडा, बहराइच व आस-पास के सभी जिलों के साथ ही पूरे प्रदेश में संचालित पेट्रोल पंपों में नागरिक सुविधाओं को बेहतर करने के निर्देश भेजे गए हैं. उन्होंने बताया कि अगले कुछ दिनों में सभी नेशनल व स्टेट हाईवे पर बने पेट्रोल पंप को पब्लिक टॉयलेट फूड कोर्ट आदि को साफ सुथरा और व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं. जिससे अयोध्या आने वाले टूरिस्ट और श्रद्धालुओं को रोड के द्वारा सफर करने के दौरान किसी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े. इसके अलावा पर्यटन विभाग ने सभी जिलों के संबंधित जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने जिलों में आने वाले सभी पेट्रोल पंप में जाकर नागरिकों से जुड़ी सुविधाओं की निरीक्षण और जांच करें और अगर वह सही नहीं हैं तो उन्हें तत्काल प्रभाव से सही कराया जाए. प्रधानमंत्री 30 दिसंबर को अयोध्या में बना रहे श्री राम एयरपोर्ट के संचालक को शुरू करने जा रहे हैं. इसके अलावा रेलवे स्टेशन को भी आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा चुका है.
उत्तर प्रदेश में बीते पांच सालों में आने वाले पर्यटकों की संख्या | |
2022 | 38 करोड़ |
2019 | 54 करोड़ |
2018 | 28.8 करोड़ |
2017 | 23.7 करोड़ |
2016 | 21.6 करोड़ |
2015 | 20.9 करोड़ |
छह मार्गों पर भव्य गेट कॉम्प्लेक्स : प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि 'अयोध्या को जोड़ने वाले सभी नेशनल हाईवे स्टेट हाईवेज व सड़कों को ठीक करने के लिए सभी विभागों को निर्देश भेज दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि सबसे अधिक पर्यटकों के रोड से आने की संभावना है. ऐसे में अयोध्या को जोड़ने वाली सभी प्रमुख सड़कों को ठीक कराया जा रहा है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग में अयोध्या धाम में प्रवेश के प्रमुख छह मार्गों पर भव्य गेट कॉम्प्लेक्स बनाएगा. इन 6 गेट कॉम्प्लेक्स में से तीन किट कॉम्प्लेक्स बनाने की मंजूरी भी दी है. करीब 60 करोड़ रुपये की लागत से आंबेडकरनगर, लखनऊ और रायबरेली रोड पर इन तीन गेट कॉम्प्लेक्स का पहले चरण में निर्माण होगा. इन सभी गेट कॉम्प्लेक्सों पर पर्यटकों और श्रद्धालुओं को कई तरह की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. जिसमें सभी गेट कॉम्प्लेक्स में आवश्य सुविधाएं जैसे पार्किंग, शौचालय, बैठने के लिए छायादार स्थल, रोड, बागवानी समेत कई और विकास से जुड़े कार्य कराए जाएंगे.
2015 से 2019 तक अयोध्या आए पर्यटकों की संख्या | |
2019 | 3.4 लाख |
2018 | 3.1 लाख |
2017 | 2.8 लाख |
2016 | 2.1 लाख |
2015 | 1.4 लाख |
पांच गुना बढ़ोतरी होने की उम्मीद : उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद अगले तीन महीने में करीब 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. विभाग को प्रतिदिन दो से तीन लाख श्रद्धालुओं की व्यवस्था के अनुसार, तैयारी करने को कहा गया है. पर्यटन विभाग का कहना है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश के कोने-कोने से विशेष रेल सेवा व परिवहन सेवा के माध्यम से श्रद्धालुओं को अयोध्या लाने की तैयारी है. इसको देखते हुए अयोध्या में टेंट सिटी तैयार किया जाएगा. प्रमुख सचिव ने बताया कि इसके अलावा पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश में घूमने आने वाले पर्यटकों के टूर पैकेज में अयोध्या को शामिल करने की भी तैयारी कर रहा है. जो पर्यटक काशी मथुरा दर्शन करने आते हैं उन्हें भी अयोध्या की तरफ डायवर्ट किया जाए इसके लिए विभाग विशेष आकर्षित पैकेज भी तैयार कर रहा है. इस पैकेज में श्रद्धालुओं को विभाग इन तीनों ही बड़े धार्मिक स्थलों के दर्शन कराएगा, जिसमें उनके रहने खाने-पीने और टूर की सभी व्यवस्थाएं होगी. उन्होंने बताया कि अयोध्या के डेवलपमेंट के लिए 80 फीसदी काम लगभग पूरा हो गया है. इसके अलावा भारत सरकार ने स्वदेश दर्शन योजना के तहत उत्तर प्रदेश को 127 करोड़ रुपए रामायण सर्किट के लिए भी दिए थे. उसका भी काम लगभग पूरा हो चुका है. राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या में टूरिस्ट और श्रद्धालुओं की संख्या में बहुत तेजी से इजाफा होने की संभावना है. साल 2019 में यहां पर कुल 3.4 लाख टूरिस्ट आए थे, वहीं 2015 में 1.4 लाख टूरिस्ट आए थे. अगर उनकी तुलना की जाए तो बीते 5 सालों में ढाई गुना से अधिक पर्यटक बढ़े हैं. मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद यह संख्या में करीब 5 गुना बढ़ोतरी होने की उम्मीद की जा रही है.