कांकेर: कांकेर के तीन विधानसभा में 80 वर्ष से ज्यादा उम्र, 40 प्रतिशत विकलांग, कोविड से संक्रमित लोगों ने पोस्टल बैलेट किया. अन्तागढ़ विधानसभा में 102 साल की बुजुर्ग महिला बुधियारी कौडों ने पोस्टल बेलेट पेपर से अपना वोट डाला.
कांकेर के 306 लोगों का पोस्टल बैलेट: कांकेर जिले के कांकेर विधानसभा में 80 प्लस 53 मतदाता है, वही 22 दिव्यांग मतदाता है. अन्तागढ़ विधानसभा में 80 प्लस 31 मतदाता और दिव्यांग 5 मतदाता है. भानुप्रतापपुर विधानसभा में 80 प्लस 169 मतदाता है और दिव्यांग 26 मतदाता है जिन्हें पोस्टल बैलेट के माध्यम से घर में जाकर वोट लिया गया.
मतदान अधिकारी शिखर सोनी ने बताया कि जिले में 306 लोगों को चिन्हाकित किया गया है. ऐसे लोग जो 40 प्रतिशत विकलांग है, 80 वर्ष की उम्र से ज्यादा उम्र के है और जो मतदान करने नहीं जा सकते ऐसे वोटर्स ने अपना वोट डाला. कांकेर की तीनों विधानसभाओं में पोस्टल बैलेट से 58 वोटिंग हुई.
बुजुर्ग और दिव्यांग घर से कर सकेंगे मतदान: चुनाव आयोग द्वारा वोट फ्रम होम की सुविधा देने के रचनात्मक फैसले का लाभ बुजुर्गों को मिल रहा. दिव्यांग भी बिना परेशानी घर से वोट डाल सकेंगे. इसके लिए प्रक्रियाओं का पालन करना होगा. बुजुर्ग और दिव्यांगों को अपने क्षेत्र के बूथ लेवल अधिकारी (BLO) को इसकी जानकारी देनी होगी. जिसके बाद अधिकारी ऐसे मतदाताओं तक पहुंचेंगे.
डाक मत पत्र के जरिए कर सकेंगे वोटिंग: वोट फ्रॉम होम के लिए फार्म 12D सबसे महत्वपूर्ण है. बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को BLO से यह फॉर्म लेना होगा. मतदाता BLO से स्वयं संपर्क कर सकते हैं. आयोग ने बीएलओ को मतदाता सूची के आधार पर ऐसे मतदाताओं तक पहुंचने के निर्देश भी दिए हैं. फार्म 12 डी घर पहुंचकर भरवाया जायेगा, जो एक तरह से वोट फ्रम होम का सहमति पत्र भी होगा. इसके बाद एक निश्चित तिथि को BLO सेक्टर ऑफिसर के साथ बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता के घर पहुंचेंगे. जिसके बाद बंद लिफाफे में डाक मत पत्र के माध्यम से उनसे वोटिंग कराया जाएगा.