सूरत : कोरोना महामारी के कारण एक ओर जहां शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो रही है, तो दूसरी और मानसिक रूप से भी कई लोग बीमार हो रहे हैं. हालांकि, सामान्य लगने वाली कुछ चीजें इंसान की सेहत के लिए बेहद घातक भी साबित हो सकती हैं. इन्हीं कुछ परेशानियों में कान, नाक और गले से जुड़ी बीमारियां भी शामिल हैं.
ईटीवी भारत ने इंसान की सेहत पर होने वाले दुष्प्रभावों को समझने के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ और ईएनटी रोग विशेषज्ञ से बात की. ईएनटी विशेषज्ञ भाविन पटेल ने बताया कि कोरोना एक प्रकार का फंगस है, जिसके कारण हमारे नाक और साइनस के अंदर इंफेक्शन होता है. उन्होंने बताया कि समय रहते इसे नहीं पकड़े जाने पर यह आंख में भी फैलता है, जिससे आंख की रोशनी जाने का भी खतरा होता है.
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किरण अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संकेत शाह ने कहा कि मधुमेह, कैंसर या त्वचा रोग से पीड़ित लोगों में म्यूकोर्मोसिस होने का खतरा अधिक होता है. यह एक गंभीर बीमारी है जो कोरोना से उबरने के बाद मरीजों में देखी जा सकती है. हाल ही में अस्पताल में की गई सर्जरी के बाद भी सात मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई. उन्होंने कहा कि यदि मरीज को समय पर उपचार नहीं दिया जाता है, तो फंगस मस्तिष्क तक भी पहुंच सकता है जो घातक साबित हो सकता है. आंखों में सूजन, डिप्लोपिया, धुंधला दिखाई देना, आंखों की पुतली का बाहर निकलना इस रोग के कुछ लक्षण हैं.