ETV Bharat / bharat

पत्नी ने उठाया पति की जिम्मेदारी का भार! कंधे पर बैठकर चुनाव में ड्यूटी करने पहुंचा मतदानकर्मी - Panchayat elections in Jharkhand

झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव चल रहे हैं. आज पहले चरण की वोटिंग थी. यहां लोकतंत्र की आस्था और गांव की सरकार में विश्वास की एक बानगी देखने को मिली. चाहे वो वटरों की हो या फिर मतदान कर्मी की उनमे गजब का उत्साह दिखा. यहां मतदान कराने के लिए एक मतदानकर्मी अपनी पत्नी के कंधों पर सवार होकर एक बूथ पर पहुंचा.

polling officer reached booth riding on wifes shoulder
polling officer reached booth riding on wifes shoulder
author img

By

Published : May 14, 2022, 6:25 PM IST

चतरा: शारीरिक पीड़ा पर कर्तव्य इतना भारी पड़ा कि चलने में असमर्थ होने पर भी ड्यूटी के लिए तैनात हो गए. पत्नी के कंधों पर सवार होकर चतरा कॉलेज परिसर में जिसने भी यह नजारा देखा, वो मतदानकर्मी की कर्तव्य निष्ठा को एक बार तो ठिठक कर तारीफ करता ही नजर आया

इसे भी पढ़ें- Jharkhand Panchayat Election 2022: लोहरदगा में लोकतंत्र का उत्साह, शांतिपूर्ण रूप से हो रहा मतदान

झारखंड के चतरा जिला में तीन प्रखंडों में होनेवाले मतदान हुआ. चतरा कॉलेज परिसर में जब मनोज उरांव अपनी पत्नी की पीठ पर सवार होकर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों की नजर उस पर टिक गयी. बात करने पर पता चला कि मनोज उरांव सीसीएल के अशोका ओसीपी (पिपरवार यूनिट) में हेल्पर के पद पर कार्यरत हैं. पिछले दिनों उनके पैरों में चोट लग गई, साथ ही वह बीमारी की चपेट में भी आ गए. कई दिनों से चलने फिरने में असमर्थ हैं. इसके बावजूद उन्हें पंचायत चुनाव में ड्यूटी का फरमान थमा दिया गया.

देखें वीडियो

चुनाव में ड्यूटी का आदेश आ गया तो उसे टालना मनोज को सही नहीं लगा, लेकिन सवाल था कि ड्यूटी स्थल पर पहुंचे तो कैसे पहुंचे. समाज में अबला समझी जाने वाली महिला यानी उनकी पत्नी ऐसी घड़ी में आगे आई और पति के कर्तव्य का रास्ता साफ किया. मनोज की पत्नी अपने पति को कंधे पर चढ़ा कर कॉलेज कैंपस तक पहुंचाया. हालांकि बाद में मनोज उरांव को मतदान ड्यूटी पर नहीं भेजा गया. मेडिकल बोर्ड की टीम ने उसे अनफिट बताया और बेड रेस्ट की सलाह दी. बहरहाल जहां मनोज और उसकी पत्नी की कर्तव्य निष्ठा की सबने तारीफ की, वहीं सवाल यह भी उठा कि उसे इस बीमारी की हालत में आखिर क्यों और कैसे किसी को मतदान ड्यूटी में लगाया गया था.

चतरा: शारीरिक पीड़ा पर कर्तव्य इतना भारी पड़ा कि चलने में असमर्थ होने पर भी ड्यूटी के लिए तैनात हो गए. पत्नी के कंधों पर सवार होकर चतरा कॉलेज परिसर में जिसने भी यह नजारा देखा, वो मतदानकर्मी की कर्तव्य निष्ठा को एक बार तो ठिठक कर तारीफ करता ही नजर आया

इसे भी पढ़ें- Jharkhand Panchayat Election 2022: लोहरदगा में लोकतंत्र का उत्साह, शांतिपूर्ण रूप से हो रहा मतदान

झारखंड के चतरा जिला में तीन प्रखंडों में होनेवाले मतदान हुआ. चतरा कॉलेज परिसर में जब मनोज उरांव अपनी पत्नी की पीठ पर सवार होकर पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों की नजर उस पर टिक गयी. बात करने पर पता चला कि मनोज उरांव सीसीएल के अशोका ओसीपी (पिपरवार यूनिट) में हेल्पर के पद पर कार्यरत हैं. पिछले दिनों उनके पैरों में चोट लग गई, साथ ही वह बीमारी की चपेट में भी आ गए. कई दिनों से चलने फिरने में असमर्थ हैं. इसके बावजूद उन्हें पंचायत चुनाव में ड्यूटी का फरमान थमा दिया गया.

देखें वीडियो

चुनाव में ड्यूटी का आदेश आ गया तो उसे टालना मनोज को सही नहीं लगा, लेकिन सवाल था कि ड्यूटी स्थल पर पहुंचे तो कैसे पहुंचे. समाज में अबला समझी जाने वाली महिला यानी उनकी पत्नी ऐसी घड़ी में आगे आई और पति के कर्तव्य का रास्ता साफ किया. मनोज की पत्नी अपने पति को कंधे पर चढ़ा कर कॉलेज कैंपस तक पहुंचाया. हालांकि बाद में मनोज उरांव को मतदान ड्यूटी पर नहीं भेजा गया. मेडिकल बोर्ड की टीम ने उसे अनफिट बताया और बेड रेस्ट की सलाह दी. बहरहाल जहां मनोज और उसकी पत्नी की कर्तव्य निष्ठा की सबने तारीफ की, वहीं सवाल यह भी उठा कि उसे इस बीमारी की हालत में आखिर क्यों और कैसे किसी को मतदान ड्यूटी में लगाया गया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.